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भीलवाड़ा : पुलिस पर महिला से मारपीट का लगाया आरोप, एसपी से न्याय की गुहार

भीलवाड़ा जिले में घुमंतू जाति के लोगों ने दो महिलाओं के साथ पुलिसकर्मियों और कुछ लोगों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. दलित घुमंतू अधिकार मंच के बैनर तले समाज के लोगों ने भीलवाड़ा में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.

दलित घुमंतू अधिकार मंच के बैनर तले कलेक्टर कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

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Published : May 21, 2019, 10:33 PM IST

भीलवाड़ा. जिले के गंगापुर तहसील के कालाभाटा में कोटपूतली पुलिस द्वारा महिलाओं से मारपीट और अभद्रता करने के मामले में मंगलवार को दलित घुमंतू अधिकार मंच के बैनर तले दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मंच के बैनर तले लोगों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पर नारेबाजी की और दोषी पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग रखी. मंच की ओर से मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के नाम जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन भी सौंपा गया. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी कि अगर पीड़ित महिलाओं को न्याय नहीं मिला तो मंच द्वारा आंदोलन किया जाएगा.

पुलिस पर महिला से मारपीट का लगाया आरोप, प्रदर्शन कर मंच ने एसपी से लगाई गुहार

मंच के प्रदेश अध्यक्ष पूनमनाथ सपेरा ने कहा कि घुमंतू समाज की एक महिला के साथ कोटपूतली पुलिस और कुछ अन्य व्यक्तियों के द्वारा मारपीट के मामले में वे यहां कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीती रात पुलिस के साथ कुछ लोग बंजारा बस्ती में घुस आए थे और पीड़ित महिला के पति के बारे में पूछा. जानकारी नहीं होने की कहने पर उन लोगों ने पीड़िता के साथ गाली-गलौज की और अभद्र व्यवहार किया व मारपीट भी की.

उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर पुलिस थाना गंगापुर में रिपोर्ट दी, लेकिन कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. उनका कहना रहा कि बंजारा समाज के लोगों के खिलाफ ही पुलिसकर्मियों ने मारपीट कर राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज कर लिया. वहीं सपेरा ने यह भी कहा कि मामले की जांच एएसपी से करवाई जाए और दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो दलित घुमंतू जाति मंच द्वारा आंदोलन किया जाएगा.

वहीं पीड़िता ने कहा कि कुछ लोग और उनके साथ पुलिसकर्मी ने उनके घर आते ही उसके पति के बारे में पूछा. जब उसने कहा कि उसे नहीं पता तो उसके साथ गाली-गलौज की और मारपीट भी की गई. वहीं जब उसे बचाने के लिए सास आई तो उन लोगों ने उसकी सास के साथ भी मारपीट की. साथ ही लज्जा भंग करने का भी आरोप लगाया. पीड़िता ने कहा कि जब उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दी तो कोई मामला दर्ज नहीं किया. इसके विपरीत उन लोगों के खिलाफ ही पुलिसकर्मियों ने मारपीट कर राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का मामला दर्ज कर लिया. इस मामले में मंच और पीड़ित परिवार ने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.

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