भीलवाड़ा.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की कैबिनेट का पुनर्गठन (Cabinet reorganization in Rajasthan) हो रहा है. जहां भीलवाड़ा जिले के मांडल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक और मुख्यमंत्री के सबसे करीबी रामलाल जाट (Ramlal Jat) को मुख्यमंत्री की कैबिनेट में शामिल किया गया है. जाट को कैबिनेट (Gehlot Cabinet) में शामिल करने से जिले के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है.
पढ़ें- गहलोत की टीम में ये चेहरे होंगे शामिल..11 कैबिनेट और 4 राज्यमंत्री के रूप में लेंगे शपथ
जिले के मांडल विधानसभा क्षेत्र (Mandal constituency) से कांग्रेस के विधायक रामलाल जाट (Ramlal Jat) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कैबिनेट (Ashok Gehlot Cabinet) में शामिल किया है . रामलाल जाट का जन्म भीलवाड़ा (Bhilwara) जिले की हुरडा पंचायत समिति की अंटाली ग्राम पंचायत के छोटे से गांव प्रतापपुरा में हुआ था. इनके पिता जमनालाल जाट किसान थे और उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा भी गांव से प्राप्त की. उसके बाद अंटाली व कॉलेज शिक्षा अजमेर जिले के विजयनगर कस्बे में स्थित प्राज्ञ महाविद्यालय से की.
यहां से शुरू हुई राजनीति
पढ़ाई के बाद जाट को पुलिस कांस्टेबल (Police Constable) की नौकरी मिली. उसके बाद धीरे-धीरे इन्होंने राजनीति में शुरुआत की. जहां लोकतंत्र के पहले पायदान पर भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ (Co-operative Milk Union Bhilwara) के अध्यक्ष के लिए उन्होंने गांव प्रतापपुरा से ही डेयरी अध्यक्ष का चुनाव लड़ा और फिर भीलवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष बने. यहीं से जाट की राजनीति (Politics of Jat) में शुरुआत हुई थी. इसके बाद अब तक लगातार धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए.
रामलाल जाट (Ramlal Jat) ने वर्ष 1998 में हुरड़ा बनेड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस (Congress) के विधायक के रुप में चुनाव लड़ा और विधानसभा (Rajasthan Vidhansabha) पहुंचे. उसके बाद हुरड़ा बनेड़ा विधानसभा क्षेत्र आसींद और शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में विलय होने के कारण जाट ने मांडल व आसींद विधानसभा क्षेत्र से भाग्य आजमाया. रामलाल जाट (Ramlal Jat) ने अब तक हुरड़ा- बनेड़ा, आसींद और मांडल विधानसभा क्षेत्र में कुल 5 बार चुनाव लड़े. जिसमें से एक बार आसींद विधानसभा क्षेत्र से पराजय का मुंह देखना पड़ा और चार बार विजय हुए.
पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में भी रह चुके हैं मंत्री
मांडल विधायक रामलाल जाट (Ramlal Jat) पूर्ववर्ती गहलोत सरकार (Gehlot Government) में वन, पर्यावरण व खनन राज्य मंत्री थे. इस बार इनको मंत्री नहीं बनाया गया और अब शामिल किया गया है. वर्तमान में वे भीलवाड़ा दूध उत्पादक सहकारी संघ (Co-operative Milk Union Bhilwara) के अध्यक्ष हैं.