राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

इस सरकारी स्कूल में 4 महिला शिक्षिकाएं, पुरुष शिक्षक लगाने के लिए ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, तुरंत हुआ समाधान

भरतपुर के कामां क्षेत्र के गुड़गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पुरुष शिक्षक व अन्य मांगों के चलते ग्रामीणों ने विद्यालय के गेट पर प्रदर्शन (demand of male teacher in Bharatpur) किया. इसकी सूचना पर एसडीएम, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी पुलिस जाप्ते के साथ पहुंचे. ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने मांग के अनुसार विद्यालय में 4 शिक्षक और नियुक्त कर दिए.

By

Published : Nov 24, 2022, 4:52 PM IST

demand of male teacher in Bharatpur school, villagers hold protest at school gate
इस सरकारी स्कूल में 4 महिला शिक्षिकाएं, पुरुष शिक्षक लगाने के लिए ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, तुरंत हुआ समाधान

कामां (भरतपुर).कामां क्षेत्र के गुड़गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक लगाने सहित अन्य समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर ग्रामीणों ने विद्यालय के गेट पर प्रदर्शन (demand of male teacher in Bharatpur) किया. सूचना मिलते ही एसडीएम दिनेश शर्मा, ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी मनोज चौहान पुलिस जाप्ते के सा​थ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से उनकी समस्याएं सुनी. मौके पर ही चार शिक्षकों को विद्यालय में और नियुक्त कर दिया गया अब विद्यालय में शिक्षकों की संख्या 8 हो गई है.

एसडीएम दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि विद्यालय समय से पहले ही ग्रामीणों ने विद्यालय के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया. जिसकी सूचना मिलते ही ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मनोज चौहान सहित पुलिस जाप्ते को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की गई. ग्रामीणों की मांग है कि विद्यालय में चार महिला शिक्षिकाएं हैं. विद्यालय में पुरुष शिक्षक और लगाए जाएं. ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने तुरंत प्रभाव से 4 शिक्षकों को विद्यालय में नियुक्त कर दिया है. विद्यालय में अब शिक्षकों की संख्या 8 हो गई है.

पढ़ें:जयपुर: विषय के जानकार शिक्षक लगाने की मांग, राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट्स के विद्यार्थियों का प्रदर्शन

साथ ही ग्रामीणों का यह भी कहना है कि विद्यालय कक्षा आठवीं तक संचालित है. विद्यालय को क्रमोन्नत किया जाए, जिससे गांव के बच्चों को अध्ययन करने के लिए गांव से बाहर ना जाना पड़े. वहीं विद्यालय के कक्षा आठवीं के विद्यार्थी आमिर ने कहा कि विद्यालय में अध्यापिकाएं हैं. अध्यापिका मोबाइल में लगे रहने के साथ अन्य कार्यों में व्यस्त रहती हैं. शिक्षण कार्य पर ध्यान नहीं देती हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details