कामां (भरतपुर). मेवात क्षेत्र के कैथवाडा थाने के गांव बुहापुरगढ़ी का चर्चित देवरानी जेठानी सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में पुलिस ने घटना के 24वें दिन शुक्रवार को सीकरी अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया. इस पर पीड़िता और उसके परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
पीड़िता के पति ने कहा कि पहले तो पुलिस ने कई दिनों तक चक्कर काटने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया था. बाद में जब थाने के बाहर अनशन पर बैठे और मीडिया में खबरें प्रकाशित हुई तो मजबूर होकर मुकदमा दर्ज करना पड़ा. पुलिस ने मामले में पूरी निष्क्रियता दिखाई और हमारे द्वारा बार-बार गुहार लगाने के बावजूद पुलिस ने पीड़िता का समय पर मेडिकल नहीं करवाया.
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस जानबूझकर केस को कमजोर करने, सबूतों को मिटाने और मुजरिम पक्ष का बचाव करने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने घटना के 19 दिन बाद न्यायालय में पीड़िताओं के बयान दर्ज करवाए थे तथा आज तक मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. पीड़िताओं द्वारा मजबूर होकर राज्य महिला आयोग जयपुर में भी न्याय की गुहार लगाई जा चुकी है.
वीडियोः सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में 24 दिन बाद कराया पुलिस ने मेडिकल शुक्रवार को सीकरी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पीड़िताओं ने पुलिस महानिदेशक जयपुर सहित अन्य अधिकारियों के नाम एक प्रार्थना पत्र लिखा जिसमें उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने लिखा कि पुलिस मुजरिम को बचाने में लगी है. घटना के 24 दिन बाद आज हमारा मेडिकल करवाया जा रहा है. जबकि नियमानुसार हमारा मेडिकल घटना के तुरंत बाद होना चाहिए था. पीड़िताओं ने प्रार्थना पत्र में उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है कि दोषियों की शीध्र गिरफ्तारी कर उन्हें न्याय मिलना चाहिए.
क्या था मामला
दरअसल कैथवाडा क्षेत्र की रहने वाली पीड़िताएं देवरानी और जेठानी गत 16 अप्रैल को जंगल में बुहारी काटने गई थीं. पास ही वहां एक ठेका कंपनी द्वारा खनन कार्य चल रहा था. आरोप है कि उस दौरान काम करने वाले आधा दर्जन कर्मचारियों ने उनमें से एक महिला को पकड़ लिया तथा उसके साथ दुष्कर्म किया. पीड़िता द्वारा शोर मचाने पर उसकी जेठानी वहां आ गई. जिस पर उन लोगों ने उसके साथ भी दुष्कर्म करने का प्रयास किया. शोर मचाने पर थोड़ी ही दूर पर एक स्थानीय युवक वहां पहुंच गया जिसको देख आरोपी वहां से भाग गए.
अपने साथ हुई घटना के बाद दोनों पीड़ित महिलाएं अपने परिजनों के साथ कैथवाडा थाने में मुकदमा दर्ज कराने गई लेकिन पुलिस द्वारा कई दिनों तक मामला दर्ज नहीं किया. जिसके बाद महिलाएं कैथवाडा थाने के सामने अनशन पर बैठ गई. अनशन की खबरें मीडिया में प्रकाशित होने के बाद जिला पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी ने संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए कैथवाडा पुलिस को दिए. मुकदमा दर्ज होने के बाद अभी तक पुलिस द्वारा किसी किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. जिससे परेशान होकर पीड़ित महिलाओं द्वारा राज्य महिला आयोग जयपुर में भी न्याय की गुहार लगाई जा चुकी है. जिसके बाद पीड़ित महिलाओं का आज मेडिकल कराया गया.