बाड़मेर.पिछले कुछ दिनों से बाड़मेर में कोविड-19 का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. इसकी वजह से प्रशासन ने 7 दिनों का लॉकडाउन लगाया है ताकि इस संक्रमण की चेन को रोका जा सके. लेकिन कुछ लोग हैं जो अब भी इस कोविड-19 की गंभीरता को नहीं समझ रहे और इसे हल्के में ले रहे हैं. जिसकी वजह से लगातार बाड़मेर में कोविड-19 का आंकड़ा बढ़ रहा है. ऐसे में हमने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर कमलेश चौधरी से बात की तो उन्होंने अब तक पूरे जिले की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया.
बाड़मेर में कोरोना मामलों को लेकर सीएमएचओ ने विस्तार पूर्वक बताया डॉक्टर कमलेश चौधरी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार जिले में कोविड-19 के मामले सामने आ रहे और बड़ी संख्या में आ रहे हैं. जिसे देखते हुए चिकित्सा विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर रखी है. जिले की अब तक की बात करें तो अब तक 17,312 सैंपल ले लिए हैं. जिनमें से 476 केस पॉजिटिव आए हैं और उनमें से 302 को डिस्चार्ज कर दिया है. ऐसे में अब 174 कोरोना केस एक्टिव है.
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उन्होंने कहा कि दूसरे जिलों में 60-70 के बीच रिकवरी रेट है और बाड़मेर की बात करें तो रिकवरी रेट 64 फीसदी है. उन्होंने रिपोर्ट में आ रही देरी के बारे में कहा कि बाड़मेर में कोविड-19 लैब में एक हजार सैंपलों की जांच हो रही है ऐसे में बाड़मेर में प्रतिदिन 5-6 सौ सैंपल लिए जा रहे हैं. वहीं जैसलमेर से भी अच्छी खासी संख्या में सैंपल आ रहे हैं. जिस वजह से रिपोर्ट आने में थोड़ी सी देरी हो रही है. अब तक की पेंडिंग की बात करें तो 200 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है.
डॉक्टर ने कहा कि लॉकडाउन को ज्यादा दिन तक नहीं लगाया जा सकता क्योंकि इस वजह से कई परेशानियां सामने आती है. लॉकडाउन में लोग 7 दिन अच्छे से नियमों की पालना करें और घर पर रहे तो उम्मीद करते हैं कि इस संक्रमण की चेन को रोकने में कामयाब होंगे.
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कमलेश चौधरी ने बताया कि लोगों को अब कोविड-19 के नियमों के साथ जीना और चलना सीखना पड़ेगा. उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि बाड़मेर में लगाए गए लॉकडाउन के नियमों का पालन करें. इसके अलावा जब भी घर से निकले तो मास्क जरूर पहने और सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखें.