बांसवाड़ा. निजी बस ऑपरेटरों की हड़ताल बुधवार से शुरू हो गई. दिनभर बसों के चक्के जाम रहे और ग्रामीण यात्री परेशान रहे. निजी बस स्टैंड पर यात्रियों को इधर उधर घूमते देखा गया.
मोटर यूनियन के बैनर तले संचालकों ने सरकार की नई मोटर पॉलिसी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जिला परिवहन अधिकारी को ज्ञापन दिया.
यूनियन की 2 दिन की हड़ताल के क्रम में जिले में करीब 400 बसों का संचालन नहीं हुआ. यूनियन के पदाधिकारी पुराना बस स्टैंड पर इकट्ठे हुए एवं मोटर यूनियन के जिला अध्यक्ष राम सिंह के नेतृत्व में नारेबाजी की और राज्य सरकार की से बढ़ाए गए टैक्स का विरोध किया.
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राम सिंह ने कहा कि वर्तमान में जारी टैक्स प्रणाली से निजी बस मालिक संतुष्ट नहीं है, इसी कारण निजी बस ऑपरेटर बांसवाड़ा में बसों का संचालन बंद कर हड़ताल पर जा रहे हैं. इसके बाद सभी पदाधिकारी जुलूस के रूप में जिला परिवहन अधिकारी के पास पहुंचे एवं राज्य सरकार के नाम ज्ञापन दिया.
यूनियन के जिला अध्यक्ष राम सिंह के अनुसार वैसे भी बसों का संचालन घाटे का सौदा साबित हो रहा है. उस पर सरकार ने बीमा और परमिट सहित विभिन्न प्रकार के टैक्सों में भारी वृद्धि कर दी है, जिससे निजी बसों का संचालन मुश्किल हो गया है. सरकार द्वारा यूनियन की मांगों पर ध्यान नहीं देने पर आंदोलन को बाद में और भी उग्र किया जा सकता है.
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इस बीच बसों का संचालन बंद होने से ग्रामीण क्षेत्र से आने जाने वाले लोगों को खासा परेशान होना पड़ा. अवैध रूप से संचालित वाहनों की चांदी हो गई. यात्री टैक्सी और ऑटो से अपने गंतव्य पर जाने को मजबूर दिखे.