बांसवाड़ा.केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान उन्होंने देश में फिर से मोदी सरकार के लिए की दुआ मांगी. वहीं जावड़ेकर ने स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव तैयारियों की समीक्षा की.
त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर विशेष विमान से शनिवार को बांसवाड़ा स्थित तलवाड़ा हवाई पट्टी पर उतरे. जहां से वे कार के जरिए वहां से त्रिपुरा सुंदरी मंदिर पहुंचे. मंदिर में उन्होंने पूजा अर्चना की. इस दौरान केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने देश में अमन चैन के साथ एनडीए कि फिर से सत्ता वापसी की माता से दुआ मांगी. जावड़ेकर मंदिर में करीब 10 मिनट तक रहे. इस दौरान मंदिर मंडल की ओर से उनका स्वागत किया गया. इसके बाद जावड़ेकर ने पार्टी के प्रमुख नेताओं की अलग से बैठक ली. जिसमें बांसवाड़ा लोकसभा को लेकर फीडबैक लिया गया.
इस मौके पर जिला अध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी, वरिष्ठ नेता ओम पालीवाल, लोकसभा चुनाव संगठन प्रभारी धर्म नारायण जोशी, घाटोल विधायक हरेंद्र निनामा सहित पार्टी के कई कार्यकर्ता मौजूद रहे.
दरअसल, वागड़ प्रदेश के इस क्षेत्र में प्राचीनकाल से धर्म का विशेष महत्व रहा है. जिसके चलते बांसवाड़ा को छोटी काशी की संज्ञा भी दी गई है. यहां देवी-देवताओं के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं. बांसवाड़ा जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर तलवाड़ा कस्बे के पास स्थित मां त्रिपुरा सुंदरी माता का भव्य मंदिर इनमें से एक है. यह मंदिर देवी मां के 51 शक्तिपीठों में से एक है.
माना जाता है कि मां त्रिपुरा सुंदरी का आशीर्वाद जिसे मिल जाता है उसे जीवन में कोई परास्त नहीं कर पाता. इस मंदिर मां को जो भी सच्चे मन से धोक लगाता है उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है. इससे पहले मां त्रिपुरा देवी के दर पर आने वाले कई राजनेताओं को विजय मिल चुकी है. जिसके चलते मां त्रिपुरा देवी को सत्ता की देवी कहते हैं.
आपको बता दें कि माता त्रिपुरा सुंदरी राजस्थान ही नहीं देशभर में सत्ता की देवी के रूप में पहचानी जाती है. यहां गुजरात, मध्य प्रदेश समेत देश के कई प्रदेश से राजनेता मत्था टेकने आते हैं. वहीं माना जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे माता त्रिपुरा सुंदरी की भक्त हैं. वहीं सीएम अशोक गहलोत विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक माता त्रिपुर सुंदरी के दरबार में तीन बार धोक लगा चुके हैं.