बांसवाड़ा.जनजाति विभाग की ओर से जिले में मां बाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं. इनमें से 10 केंद्रों को आकस्मिक निरीक्षण के बाद अचानक बंद कर शिक्षा सहयोगियों को पद से हटा दिया गया. इस कार्रवाई को लेकर शिक्षा सहयोगी विभाग के विरुद्ध मैदान में आ गए और मंगलवार को स्वच्छ परियोजना के बाहर धरना देकर अपना विरोध जताया.
हटाए गए शिक्षा सहयोगी इस सिलसिले में जिला कलेक्टर से भी मिले और जनजाति विभाग के आयुक्त तक भी अपनी आवाज पहुंचाई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. जनजाति परियोजना के अधिकारियों पर व्यवस्था पूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए शिक्षा सहयोगी आज डूंगरपुर रोड स्थित स्वच्छ परियोजना कार्यालय पहुंचे और कार्यालय के बाहर धरना शुरू कर दिया.
अपने इस संकेतिक धरने के दौरान शिक्षा सहयोगियों का कहना था कि अपने ही कुछ लोगों को केंद्रों पर लगाने के लिए परियोजना के अधिकारियों ने अचानक केंद्रों का निरीक्षण किया. उनका आरोप था कि केंद्र खुलने का समय 7:30 बजे है, लेकिन अधिकारी 7 से 7:15 के बीच केंद्रों पर पहुंच गए.