बांसवाड़ा.लॉकडाउन के बीच राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अन्य राज्यों से जिले में श्रमिकों के आने का क्रम बना हुआ है. 6 मई तक जारी पास वाले श्रमिकों को जिले में प्रवेश दिया जा रहा है. अब तक करीब 11 हजार श्रमिक अपने-अपने घर लौट चुके हैं.
बांसवाड़ा प्रशासन महाराष्ट्र और गुजरात में विस्फोटक होते हालात को देखते हुए एक-एक श्रमिक की स्वास्थ्य जांच पर जोर दे रहा है. साथ ही संदिग्ध लोगों के प्रति अधिक सतर्कता बरत रहा है. जिले में काफी प्रयासों के बाद कुशलगढ़ में संक्रमण को कंट्रोल किया जा सका. इसे देखते हुए प्रवासी श्रमिकों को लेकर प्रशासन फूंक-फूंक कर कदम उठा रहा है.
करीब 11 हजार श्रमिकों को उनके घर भेजा जा चुका पढ़ेंःबांसवाड़ा हो सकता है ग्रीन जोन में शामिल, 66 में से 64 रोगी स्वस्थ, 30 प्रतिशत घर लौटे
हालांकि अब आने वाले प्रवासी श्रमिकों की संख्या में धीरे-धीरे कमी आती जा रही है और निजी वाहनों अथवा पैदल ही ये लोग चेक पोस्ट पर पहुंच रहे हैं. प्रशासन के आंकड़े बताते हैं कि जिले में अब तक करीब 11 हजार 156 प्रवासी श्रमिक अपने अपने गांव में पहुंच गए हैं. इनमें सर्वाधिक गुजरात से 5 हजार 262 और महाराष्ट्र से 1 हजार 589 लोगों के अलावा मध्य प्रदेश से 1 हजार 781 श्रमिक अपने-अपने घरों को लौटे हैं.
इसी प्रकार छूट के आधार पर बांसवाड़ा से 854 लोग अपने अपने राज्यों को लौट चुके हैं. अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर के अनुसार अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के स्वास्थ्य को लेकर प्रशासन अत्यधिक सतर्कता बरत रहा है. जिले में फिलहाल संक्रमण को लेकर हालात अच्छे कहे जा सकते हैं. लेकिन बाहर से आने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए उनके चेकअप स्क्रीनिंग पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है और जो भी संदिग्ध लग रहे हैं, उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है और उन पर विशेष नजर रखी जा रही है. सीएमएचओ डॉक्टर एचएल ताबीयार के अनुसार घर-घर सर्वे कराया जा रहा है. होम क्वॉरेंटाइन वाले लोगों को अपने घर में रहने के लिए पाबंद किया जा रहा है.