अलवर. जिले के बहरोड़ लॉकअप ब्रेक कांड के बाद अब जिले में पुलिस का खौफ लोगों के दिलों दिमाग से निकल चुका है. इस के रुझान अब आने लग गए हैं. सर्किल और चौराहों पर पुलिस कर्मियों को पैसे लेकर अपराधियों को भगाने और आम आदमी पर कानून का रौब झाड़ने के तंज सुनने को मिल रहे हैं. वहीं दूसरी ओर राजीनामा करवाने गए दो पुलिसकर्मियों को एक पक्ष के साथ मिलीभगत कर उसका पक्ष लेने के आरोप में पकड़ कर ग्रामीणों के द्वारा मॉब लिंचिंग करने का मामला सामने आया है.
जिले के मंडावर थाना जागीवाड़ा गांव में ससुराल और पिहर पक्ष के बीच चल रहे झगड़े में राजीनामा कराने गए दो पुलिसकर्मियों को जमकर पीटा. इसके बाद घायल दोनों पुलिसकर्मियों को प्राथमिक उपचार के बाद मंडावर से अलवर रेफर किया गया है. फिलहाल, दोनों घायलों का अलवर के ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि देर रात एसआई रामस्वरूप बैरवा और कॉन्स्टेबल शिवरतन और उनका ड्राइवर जागीवाड़ा गांव में एक पक्ष के कहने और राजीनामा करवाने गए थे. जहां मध्यस्था कराना दोनों पुलिसकर्मियों को भारी पड़ गया और ग्रामीणों की पिटाई से एसआई रामस्वरूप बैरवा और कॉन्स्टेबल शिवरतन घायल हो गए.
पढ़ें:कोटा में बैराज खुलने से निचली बस्तियों में बाढ़ के हालात