बहरोड़ (अलवर). जिले के बहरोड़ उपखंड के शहजादपुर गांव में ग्लेंडर्स रोग के बरखेलडेरिया मेलीआई जीवाणु से ग्रसित एक अश्व का यूथेनाईज नामक बीमारी के आने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया.
बता दें कि मामले की जानकारी प्रशासन को देने के बाद अलवर से आई टीम की मौजूदगी में पशु चिकित्सकीय टीम द्वारा वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया गया. पशुरोग निदान केन्द्र जिला प्रभारी डॉ.राजेश चौधरी, मुण्डावर ब्लॉक पशुचिकित्सा प्रभारी डॉ. हवा सिंह और जालावास पशुचिकित्सा प्रभारी डॉ.पीसी यादव मौजूद रहे. पशु चिकित्सक पीसी यादव ने बताया कि अश्ववंशीय पशुओं में ग्लेंडर्स नामक रोग होता है. जिसके बरखेलडेरिया मेलीआई जीवाणु से आशुवंशीय पशुओं में होने वाले जीवाणुओं का संक्रमण मनुष्यों में भी फैल जाता है. जिसको लेकर जानकारी समयानुसार अश्वमंशी पशुओं की जांच सैंपल लिए जाकर जांच कराई जाती है.
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बता दें कि शहजादपुर गांव में लालाराम मेघवाल पुत्र आशाराम मेघवाल जो अश्व पालन करता है. जिसके अश्व की विभागीय टीम द्वारा अश्ववंशीय पशुओं में होने वाले रोग के जीवाणुओं की समय समय पर पशुचिकित्सा विभाग की और से जांच स्वरूप सैंपल लेकर एनआरसीई द्वारा २३ नवबर को सैंपल लिया गया था, जिसे एनआरसीई केन्द्र हिसार भेजा गया था. जिसका सैंपल पॉजेटिव पाये जानें की सूचना पाते ही जिला प्रशासन सकते में आ गया. जिस पर अश्व का यूथेलाईज किया जाना आवश्यक समझते हुए जिला प्रशासन को अवगत कराते हुए मुण्डावर उपखंड स्तरीय अधिकारियों को भी अवगत करा 29 नवंबर को कार्यक्रम तय किया गया. जिसके अनुसार ग्लेंडर्स रोग के बरखेलडेरिया मेलीआई जीवाणु की पुष्टि होने पर अश्वपालक को रोग के विषय में अवगत कराते हुए वैज्ञानिक विधि से दर्द रहित मौत अश्व को दिये जानें के लिए राजी किया.