उदयपुर. नगर निगम की साधारण सभा की बैठक शनिवार को आयोजित की गई. इस बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया, जब कांग्रेसी पार्षद शंकर चंदेल की ओर से शहर में मैरिज गार्डेन के नियमों को लेकर सवाल खड़े किए गए. इस दौरान उप महापौर और महापौर ने जहां उन्हें नियमों का हवाला दिया तो वंही बीजेपी और कांग्रेस के पार्षद इस पूरे विवाद पर जमकर बहस करने लग गए.
उदयपुर नगर निगम बोर्ड की बैठक में हुआ हंगामा इस दौरान नाराज राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और उदयपुर विधायक गुलाबचंद कटारिया ने पार्षदों को खरी-खोटी सुनाई और कहा कि नगर निगम की बोर्ड बैठक विवाद करने के लिए नहीं बल्कि शहर के विकास करने के लिए बुलाई गई थी और इस तरह से विवादित टिप्पणी कर हम शहर का विकास नहीं कर पाएंगे.
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कटारिया यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने कांग्रेसी पार्षदों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसात्मक घटना और डराने धमकाने से कुछ सही नहीं होगा और ना ही मैं कुछ समझ लूंगा. ऐसे में आप सब एक शांतिपूर्ण बैठक ही चलने दीजिए.
बता दें कि कांग्रेस के गौरव प्रताप सिंह और शंकर चंदेल ने नगर निगम की बोर्ड बैठक में जमकर उत्पात मचाया और कई बार वेल में आकर जोर जोर से चिल्लाने लगे जिसके बाद से महापौर उपमहापौर और भाजपा पार्षदों की ओर से उन्हें समझाने की कोशिश की गई. बावजूद इसके जब वह नहीं माने तो राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने उन्हें चेतावनी देते हुए काफी समझाया.