राजसमंद. जिले के पिपलांत्री गांव के समाजसेवी श्याम सुंदर पालीवाल ने सरपंच पद पर रहते हुए गांव को अलग ही रूप देने का काम किया. उन्होंने बेटी बचाओ समेत वन्य जीवों जैसे कई मुद्दों को लेकर काम किया. सरपंच बनने के बाद श्याम सुंदर पालीवाल ने अपनी बेटी किरण के नाम पर एक योजना शुरु की, जिसका नाम है 'किरण निधि योजना'. इस योजना के तहत, बेटी के जन्म लेने पर उसके नाम 111 पेड़ लगाए जाते हैं. यही नहीं, उसके बेहतर भविष्य के लिए 21 हजार रुपए भी खाते में जमा कराए जाते हैं. साथ ही उसके घर से एक फॉर्म भरवा कर वचन लिया जाता है कि वो 20 साल से पहले लड़की की शादी नहीं करेंगे और बेटो की पढ़ाएंगे.
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वहीं, पेड़ों को बचाने के लिए लड़कियां यहां हर साल रक्षाबंधन के त्योहार पर पेड़ों को राखी बांधती हैं. जब गांव में किसी का निधन हो जाता है, तो उसकी याद में भी एक पेड़ लगाया जाता है. श्याम सुंदर पालीवाल जब सरपंच बने थे तब खनन की वजह से दूर दूर तक हरियाली नहीं दिखाई देती थी, ये उनके प्रयासों का ही फल था कि आज पिपलांत्री ना सिर्फ एक आदर्श गांव है बल्कि इसके मॉडल को देश विदेश में पढ़ाया भी जा रहा है.
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बता दें, डेनमार्क के स्कूलों में पिपलांत्री मॉडल को पढ़ाया जा रहा है. उन्होंने लोगों को खेती और पेड़ लगाने के प्रति जागरुक किया. खेतों की सिंचाई के लिए 4500 चेक डेम बनवाए, सरकारी जमीनों को भू-माफियाओं से छुड़वाया. गांववालों को श्याम सुंदर पालीवाल ने एलोवेरा और आंवला की फसल का सुझाव दिया. गांव में प्लांट भी लगवाया, जिसमें एलोवेरा और आंवला का जूस और इसके साथ ही क्रीम बनाई जाती है, जिन्हें बाजारों में बेचा जाता है. आज गांव में न तो कोई बेरोजगार है और न ही कोई बेटियों को बोझ समझता है. श्यामसुंदर पालीवाल को 8 अक्टूबर को कौन बनेगा करोड़पति के कर्मवीर स्पेशल एपिसोड में बुलाया गया था, इस खेल में उनके साथ टीवी एक्ट्रेस साक्षी तंवर भी नजर आई थी.