उदयपुर. मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी की एक बैठक में उपजा विवाद अब परवान चढ़ने लगा है. जहां एक तरफ यूनिवर्सिटी के ही वित्त नियंत्रक और रजिस्ट्रार ने कुलपति अमेरिका सिंह पर षडयंत्र का आरोप लगाया था. कुलपति के बयानों और उनकी कार्यशैली को लेकर भाजपा विरोध कर रही है. इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कुलपति को चुनौती दी है. वहीं कुलपति विरोध करने वालों पर सवाल उठा रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह के जैसे बयान लगातार सामने आ रहे हैं, उनसे ऐसा लगता है कि उनमें शिक्षक के गुण दिखाई नहीं देते हैं. कुलपति बार-बार चंपाबाग की जमीन (Row over Champa Bagh land in Udaipur) का जिक्र करते हुए जिस तरह के आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं.
कटारिया ने दी सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति को चुनौती कटारिया ने कहा कि इस पूरे मामले में कुलपति को जज बनाता हूं. इस जमीन के विवाद में मेरे और मेरे परिवार का डॉक्यूमेंट चेक कर लें. इसमें हमारा कोई लेना-देना दिखे तो कुलपति की रिपोर्ट पर ही मैं विधानसभा छोड़कर उदयपुर आ जाऊंगा. अगर वह सिद्ध नहीं होते हैं, तो कुलपति यूनिवर्सिटी छोड़ करके अपने घर उत्तर प्रदेश चले जाएं. कटारिया ने कहा कि मेरी कुलपति को चुनौती है, चंपाबाग की भूमि को लेकर किसी भी स्वतंत्र व्यक्ति से जांच करवा लें. चंपाबाग की भूमि विश्वविद्यालय को मिले, इसके लिए मैं शुरू से आवाज उठा रहा हूं.
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वहीं दूसरी तरफ अमेरिका सिंह ने कहा कि चंपाबाग की जमीन छात्रों की है. इसे मैं छोड़ नहीं सकता. यह जमीन किसकी होगी, इसका फैसला न्यायपालिका करेगी. कोर्ट के स्टे के बाद क्यों रजिस्ट्री हुई? इस मामले में कौन-कौन अधिकारी थे शामिल थे? इसकी जांच होनी चाहिए. अमेरिका सिंह ने कहा कि मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है. लेकिन कोई व्यक्ति यह सोचता है कि वह अमेरिका सिंह को दबा देंगे, तो ऐसे लोग यह सोचना भूल जाएं. उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ वही लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. जिनके मन में डर है. धरना प्रदर्शन करने वाले लोगों की जांच करवाई जाएगी.
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गौरतलब है कि गत 17 जनवरी को निजी कॉलेज संचालकों की बैठक का आयोजन किया गया था. बैठक में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सीआर देवासी और वित्त नियंत्रक दलपत सिंह राठौड़ ने निजी संचालकों पर मारपीट और बदसलूकी का आरोप लगाया था. इस पूरे मामले को लेकर रजिस्ट्रार ने निजी संचालकों के खिलाफ प्रतापनगर थाने में मामला दर्ज कराया. रजिस्ट्रार ने अपने साथ हुई बदसलूकी और पूरे मामले को लेकर मुख्यमंत्री, राजभवन और सरकार को ट्वीट करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह पर भी आरोप लगाए.
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रजिस्ट्रार ने ट्वीट करते हुए लिखा बैठक का आयोजन कुलपति के निर्देश में हुआ, लेकिन कुलपति खुद समय पर नहीं आए. इस दौरान प्राइवेट कॉलेज के संचालकों ने बदसलूकी की. लेकिन कुलपति ने कहा कि मेरे सामने कोई अभद्रता नहीं हुई. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी कुलपति की कार्यशैली की जमकर आलोचना की थी.