कोटा.कोटा पहुंचे केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत शनिवार देर रात कोटा पहुंचे. रेलवे स्टेशन पर भाजपा विधायक मदन दिलावर, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष शहर कृष्ण कुमार सोनी रामबाबू, देहात मुकुट नागर और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका स्वागत किया.
भाजपा नेताओं ने केंद्रीय मंत्री को आगामी पंजाब विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से प्रभारी बनाए जाने पर बधाई दी. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर जमकर प्रहार किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी उन्होंने निशाने पर लिया. उन्होंने लगातार आरएसएस और भाजपा को बयानबाजी कर रहे गोविंद सिंह डोटासरा के लिए कहा कि वे अपने दिल्ली और राजस्थान में बैठे हुए आकाओं को खुश करने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं.
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केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा कि पीसीसी और मंत्री पर दोनों को बचाने के लिए वे जूझ रहे हैं. अब प्रश्न आम राजस्थान के व्यक्ति के मन में यह है कि वह पीसीसी की कुर्सी बचा पाएंगे या मंत्री पद. सरकार गिराने की बात पर उन्होंने कहा कि इससे निरर्थक कोई भी आरोप नहीं हो सकता है, न कोई निराधार इससे कोई विषय हो सकता है. आपसी विग्रह की शिकार यह सरकार अस्तित्व में आने के पहले से ही थी. गत वर्ष जिस तरह का घटनाक्रम हुआ, 19 विधायक सचिन पायलट के नेतृत्व में छोड़कर दिल्ली जाकर बैठ गए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके पार्टी के नेताओं ने अनेक तरह के अनर्गल आरोप लगाए और बयानबाजी भी की. साथ ही कहा था कि भाजपा के बाउंसर लगा उनको बंधक बनाकर रखा है. यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा था कि 19 विधायकों के फोन छीन लिए गए हैं. घरवालों से बात नहीं कर पा रहे हैं. मैं कहना चाहता हूं कि 1 साल से ज्यादा समय बीत गया है, ये विधायकों में कोई एक भी बच्चा नहीं था, किसी भी एक व्यक्ति ने बयान देकर नहीं कहा कि हम भाजपा के कब्जे में थे. भाजपा के बाउंसर ने हमें रोक रखा था.
उन्होंने स्पष्ट रूप से सचिन पायलट से लेकर दीपेंद्र सिंह शेखावत तक सब ने कहा था कि मर्जी से गए थे. हम आलाकमान से मिलने गए थे और अपनी शिकायत दर्ज कराने गए थे. मुझे लगता है लोकतंत्र में हर एक व्यक्ति को अधिकार है. जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के आला नेता भाजपा पर आरोप लगाकर अपनी ही काली दूसरों के मुंह पर लगाने की कोशिश कर रहे थे.
70 साल में तीन करोड़, हमने 21 महीने में 5 करोड़ घरों तक पहुंचाया पानी
शेखावत ने जल जीवन मिशन को लेकर कहा कि दिसंबर 2019 में अभियान शुरू किया गया था, जब 19 करोड़ मकानों में से महज तीन करोड़ 23 लाख घरों तक ही नल से जल पहुंच रहा था. यह 16 से 17 फीसदी ही था. शेष 83 फीसदी परंपरागत तरीके से पानी की व्यवस्था कर रहे हैं, जिनमें हैंडपंप, नदी, तालाब, कुएं या सिर पर मटकी रखकर महिलाएं पानी ला रही थी. अभियान शुरू होने के 3 महीने बाद ही कोविड-19 महामारी आ गई थी, देश पूरी तरह से प्रभावित था. इसके बावजूद 21 महीने में हमने नए 5 करोड़ कनेक्शन बांट दिए है यानी कि 70 साल कई सरकारें आई, लेकिन देश में महज सवा तीन करोड़ थे. 21 महीने में ही हमने 8 करोड़ यह संख्या पहुंचा दी. वर्ष 2024 तक हम हर घर नल से पानी पहुंचाने में सफल होंगे.
CM गहलोत कुर्सी बचाने की जुगत छोड़ लोक कल्याण के कार्य करें
शेखावत ने कहा कि तेलंगाना हर घर नल पहुंचाने के 100 फीसदी लक्ष्य को पूरा कर चुका है. वहीं, हरियाणा भी इसके करीब है जबकि गुजरात, महाराष्ट्र, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड 80 फीसदी तक पहुंच चुका है. देश में 78 जिले और 1 लाख 10 हजार गांवों के 100 फीसदी घरों तक पानी पहुंच गया है. इसके बाद भी कुछ प्रदेश ऐसे हैं, जो कि अभी पूरी तरह से गति नहीं पकड़ पाए हैं, जिनमें राजस्थान भी शामिल है.
अभी हाल ही में राजस्थान के मंत्री और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की थी. राजस्थान के एक करोड़ नए कनेक्शनों में 83 लाख कनेक्शनों की स्वीकृति जारी कर दी है. उनके प्रोजेक्ट को अप्रूव कर दिया है. साथ ही इस साल के लिए 10180 करोड़ का बजट भी आवंटित कर दिया है, लेकिन अभी भी समीक्षा में जानकारी सामने आई है कि केवल 10 फीसदी 8 लाख कनेक्शन के ही वर्क आर्डर दिए जा चुके हैं. मैं मानता हूं कि राजस्थान को गति बढ़ाने की आवश्यकता है, निश्चित तौर पर यह शर्म का विषय है. अंतिम पायदान के खड़े हुए स्टेट में राजस्थान है. यहां की सरकार को कुर्सी बचाने की चिंता छोड़कर लोक कल्याणकारी योजनाओं पर काम करने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री के चेहरे पर बोले- पार्लियामेंट्री बोर्ड का मामला
भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक विचारवान पार्टी है और पार्लियामेंट्री बोर्ड ही तय करता है कि कौन कार्यकर्ता किस जगह पर क्या काम करेगा. इसलिए कोई भी नेता किसी तरह का कोई प्रश्न भी नहीं उठा सकता है. हम परिवार भाव से काम करने वाले लोग हैं. यहां ऐसी न परंपरा है न रीति और नीति है. हमें जो जिम्मेदारी मिलेगी, वह पूर्ण रुप से सभी लोग मिलकर बराबरी से काम करेंगे.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत रविवार को झालावाड़ जिले के दौरे पर रहेंगे. इसी के लिए दिल्ली से अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से कोटा पहुंचे हैं. रात्रि विश्राम कोटा के सर्किट हाउस में करेंगे. साथ ही रविवार सुबह 6:00 बजे ही सड़क मार्ग से कोटा से झालावाड़ के लिए प्रस्थान कर जाएंगे. जहां पर सुनेल इलाके के कनवाड़ा कनवाड़ी में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे. वापसी में सड़क मार्ग से वे कोटा पहुंचेंगे और यहां से ही रविवार शाम को ही नंदा देवी एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना होंगे.