कोटा.जेके लोन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना के अनुसार हॉटस्पॉट एरिया जितने भी हैं, वहां से आने वाली गर्भवती महिलाओं को नए अस्पताल में ही भर्ती किया जाएगा. इनका पहला टेस्ट नेगेटिव आने के बाद फिर इन्हें जेके लोन अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा. नए अस्पताल में संचालित डेडिकेटेड COVID-19 जो कि सुपर स्पेशयलिटी ब्लॉक में संचालित हो रहा है, वहां के दो मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर को लेबर रूम में कन्वर्ट किया जाएगा.
जेके लोन अस्पताल में भर्ती पांच प्रसूता कोरोना से संक्रमित पाई गई हैं. इसके पहले भी अस्तपताल में तीन कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज सामने आए थे. जिसके बाद स्टाफ को क्वॉरेंटाइन किया गया. साथ ही इन सभी स्टाफ के नमूने लिए गए थे. जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. दोबारा फिर अब एक साथ पांच प्रसूताएं, जो कि एक ही वार्ड में भर्ती थी, संक्रमित पाई गई हैं. इसके बाद इनके संपर्क में आने वाले 6 चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को अलग कर दिया गया है. साथ ही सारे स्टाफ के सैंपल लिए गए हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने आनन-फानन में इसको लेकर एक मीटिंग आयोजित की है. जिसके बाद नए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. इस बैठक के दौरान एमडीएस अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील और जेके लोन के अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा मौजूद रहे.
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