कोटा. शहर में बार एसोसिएशन ने एक बार फिर प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस बार बार निशाने पर एडीएम सिटी आरडी मीणा आए हैं. एडीएम सिटी मीणा पर वकीलों ने अशोभनीय टिप्पणी का आरोप लगाया है. इस संबंध में वकीलों का एक प्रतिनिधिमंडल कोटा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक मित्तल के नेतृत्व में सोमवार को जिला कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल से मिला और एडीएम सिटी पर कार्रवाई की मांग की.
कोटा बार एसोसिएशन ने एडीएम सिटी के खिलाफ फिर खोला मोर्चा, अशोभनीय टिप्पणी का लगाया आरोप
आरएएस अधिकारी आरडी मीणा के खिलाफ कोटा बार एसोसिएशन एक बार फिर आंदोलनरत है. वकीलों ने एडीएम सिटी पर एक समाचार पत्र को दिए इंटरव्य में वकीलों के खिलाफ अशोभनीय भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. वकीलों ने कहा कि आरडी मीणा के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो उन्हें चेंबर में भी नहीं बैठने दिया जाएगा.
वकीलों ने कहा कि एडीएम सिटी आरडी मीणा ने एक समाचार पत्र को जारी वक्तव्य में कहा कि कोर्ट में विवाह के लिए वकील की जरूरत नहीं है. प्रारूप और शपथ पत्र तैयार करवाने में विवाह करने वाले ठगी का शिकार होते हैं और उनसे अधिक राशि वसूल की जाती है. वकीलों ने जिला कलेक्टर के समक्ष नाराजगी जाहिर करते हुए आरडी मीणा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की मांग की. वहीं विशेष विवाह अधिनियम के मामले व अन्य मामले तुरंत प्रभाव से एडीएम सिटी से वापस लेने की मांग की.
वकीलों ने आरोप लगाया है कि एडीएम सिटी में लगे बाबू और कार्मिक ही लोगों से ठगी करने में जुटे हुए हैं. इस पर एडीएम सिटी खुद ध्यान नहीं दे रहे हैं. वकीलों ने कहा कि अगर एडीएम सिटी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है. तो उन्हें चेंबर में नहीं बैठने दिया जाएगा. आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं है. जब एडीएम सिटी के खिलाफ वकील आंदोलनरत हुए हैं. इससे पहले भी मीणा के खिलाफ वकीलों ने मंत्री शांति धारीवाल को ज्ञापन दिया था. वहीं एक अन्य आरएएस अधिकारी के खिलाफ भी वकील आंदोलनरत हो गए थे.