जोधपुर.ऑनलाइन पढ़ाई करना भी परेशानी भरा हो सकता है. ऐसा जोधपुर शहर की कुछ प्रथम वर्ष में अध्ययनरत छात्राओं के साथ हुआ. वह एक ग्रुप बनाकर ऑनलाइन पढ़ाई करती थीं. इसी ग्रुप से एक छात्र ने उन सभी के फोन नंबर और फोटो निकालकर उनकी फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाई. फिर उन्हें कॉल गर्ल के रूप में पेश कर दिया.
ऐसे में जब एक दूसरे को फेक आईडी की पोस्ट टैग होने लगी तो हड़बड़ी मच गई और उन्हें डिलीट कराने के लिए पुलिस की मदद लेनी पड़ी. आरोपी ने उनके फोन नंबर भी डाल दिए, जिसके चलते कई परेशानियां उठानी पड़ी. इस दौरान अधिकांश आईडी तो डिलीट हो गई. मगर दो छात्राओं ने तय किया कि वे आरोपी को सजा दिलवाकर रहेंगी.
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उन्होंने इस साल फरवरी में मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही अपनी आईडी को एक्टिव रखा. पुलिस की मदद से सोशल मीडिया कंपनियों से आईपी एड्रेस, गूगल से मेल आईडी और फोन नंबर पता करवाकर आरोपी को पकड़वाया. इस काम में दो महीने का समय लग गया. लेकिन जब नाम सामने आया तो हैरान रह गईं. क्योंकि बदनाम करने वाला युवक उनकी पहचान का निकला.
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रातानाडा थानाधिकारी लीलाराम के अनुसार, आरोपी छात्र को जयपुर से दस्तयाब किया गया. उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उसने 20 छात्राओं की फेक आईडी बनाई और फोटाे एडिटिंग से आपत्तिजनक तस्वीरें बनाकर कॉल गर्ल के रूप में पेश करना शुरू कर दिया. फेक आईडी में छात्राओं के मोबाइल नंबर भी डाल दिए, जिससे उनके पास फोन आने लगे. तब दो छात्राओं ने प्रतापनगर और रातानाडा थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाए थे. छात्र का नाम सामने आया तो पता चला कि 6 महीने पहले ही उसका परिवार जाेधपुर छोड़ जयपुर बस गया था और पुलिस उसे जयपुर से पकड़ लाई.