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Lumpy Skin Disease : सरकार ने पेश किए आंकड़े, कोर्ट ने कहा- अगली सुनवाई पर वास्तविक स्थिति करें प्रकट, टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश

राजस्थान में लंपी स्किन डिजीज को लेकर स्थिति भयावह हो चुकी है. हर रोज गायें मर रही हैं. सोमवार को हाईकोर्ट में गहलोत सरकार ने इस बीमारी और स्थिति से संबंधित आंकड़े पेश किए. इस पर कोर्ट ने अगली सुनवाई पर वास्तविक स्थिति प्रकट करने के साथ ही टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

Rajasthan High Court Jodhpur Bench
Rajasthan High Court Jodhpur Bench

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Published : Sep 19, 2022, 10:37 PM IST

जोधपुर. प्रदेश में गौवंश में बढते लंपी वायरस को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर मुख्यपीठ ने चिंता (Rajasthan High Court on Lumpy Virus) जाहिर करते हुए सरकारी स्तर पर किए जा रहे प्रयासों को लेकर वास्तविक आंकड़े हलफनामे में पेश करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, खासतौर पर वैक्सीन की खरीद व टीकाकरण अधिक से अधिक हो इसको लेकर आवश्यक निर्देश दिए हैं. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव और न्यायाधीश रेखा बोराणा की खंडपीठ के समक्ष पिछले आदेश की पालना में पशुपालन विभाग की ओर से सोमवार को हलफनामे पेश किए गए.

सरकार की ओर से एएजी संदीप शाह व एएजी सुनील बेनीवाल के साथ पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. नरेन्द्र मोहनसिंह पेश हुए. वहीं, नगर निगम उत्तर व दक्षिण की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश पंवार के साथ निगम दक्षिण के आयुक्त अरुण पुरोहित व निगम उत्तर के आयुक्त अतुल कुमार राय भी मौजूद रहे. कोर्ट के समक्ष पेश किए गए हलफनामे के जरिए वायरस से पीडित गौवंश और मरने वाले जानवरो की संख्या को दर्शाया गया, लेकिन कोर्ट ने कहा कि जो दर्शाया है वास्तविकता उससे भी अधिक है.

ऐसे में उचित आंकड़े अगली सुनवाई पर 12 अक्टूबर को पेश किए जाएं. कोर्ट ने नोडल अधिकारी को वैक्सीन खरीद व टीकाकरण में तेजी (Lumpy Vaccination in Rajasthan) लाने के निर्देश दिए हैं. हालांकि, नोडल अधिकारी ने कहा कि संभवत दो सप्ताह में इसमें तेजी आने के साथ ही गौवंश को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. नोडल अधिकारी ने कहा कि नई भर्ती के बाद कोशिश है कि प्रति दिन टीकाकरण की दर को तेज करते हुए एक लाख प्रतिदिन टीकाकरण करने का प्रयास किया जाएगा.

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वहीं, कोर्ट ने शवों के निस्तारण को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने कहा कि मौत के आंकड़े विवादित हैं. ऐसे में उचित आंकड़े अगली सुनवाई पर पेश करें. शवों के निस्तारण को लेकर क्या प्रयास किए जा रहे हैं, उसको लेकर भी आंकड़े पेश किए जाएं. अगली सुनवाई पर अधिकारियों को शर्त के अधीन छूट दी है. कोर्ट में प्रस्तुत आंकड़ों की बात करें तो अब तक प्रदेश भर में कुल संक्रमित 1302907 गौवंश जिसमें से 1249247 का उपचार किया गया और 772868 रिकवर हो चुके हैं. वहीं, 59027 गौवंश की मौत हुई, जबकि अब तक 1080967 वेक्सीनेटेड हो चुके हैं. न्यायमित्र मोती सिंह राजपुरोहित ने पैरवी करते हुए कहा कि सरकारी आंकड़े वास्तविकता को नहीं दर्शाते हैं, स्थिती इससे भी भयावह है.

जोधपुर में लंपी स्कीन रोग की स्थिति : सरकारी आंकड़ों के अनुसार जोधपुर में प्रथम लहर में 189249 गौवंश का सर्वे किया गया था, जिसमें से 2109 संक्रमित पाए गए और 229 मृत हो गए. वहीं, दूसरी लहर मानसून के बाद मच्छर होने से इसका असर ज्यादा दिखाई दिया और 21 पंचायत समितियों में गौवंश पर इसका असर पड़ा है. जिले में 45 टीमे कार्य कर रही है और अब तक 89 लाख रुपये की दवाओं का वितरण किया गया है. पशुपालन विभाग की ओर से कंट्रोल रूम भी बनाया गया है.

जोधपुर में अजमेर से 04 डॉक्टर व 12 सहायक प्रतिनियुक्ति पर लगाए गए हैं. वहीं, 05 डॉक्टर दौसा से और 02 सहायक अलवर से जोधपुर में लगाए हैं. जोधपुर जिले में कुल 251 गौशालाओं का कलेक्टर, प्रशासनिक अधिकारी व पशुपालन विभाग के अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं. गौशालाओं में अस्थाई आइसोलेसन वार्ड बनाए और अब तक जागरूकता के लिए 50 हजार पेम्पलेट वितरित किए गए हैं. विभाग ने 02 लाख गोट प्रो वेक्सीन मंगवाई जा चुकी है. मुख्यमंत्री राहत कोष में लम्पी स्कीन रोग के लिए 1145 25 लाख जमा हो चुके हैं, जिसमें से 359 72 लाख रुपये का उपयोग कर लिया है.

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