जोधपुर. शहर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ों के बीच बसा मंदिर मंडलनाथ महादेव लगभग 11 सौ साल पुराना बताया जाता है. इस मंदिर में सैकड़ों लोग दूर-दराज से भगवान मंडल नाथ महादेव के दर्शन करने आते हैं. इस मंदिर की मुख्य मान्यता है कि मंदिर में भगवान शिव खुद विराजमान हुए थे. वहीं इस मंदिर के शिवलिंग में ओम की आकृति भी बनी हुई है, जोकि प्राकृतिक है. ऐसी ही ओम की आकृति मानसरोवर स्थित भगवान शिव के मंदिर और अमरनाथ स्थित भगवान शिव के मंदिर में है.
जोधपुर में है भगवान शिव का 11 सौ साल पुराना मंदिर यह भी पढ़ें: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह राजस्थान से होंगे कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार, 13 अगस्त को भरेंगे नामांकन
मंदिर के पंडित स्वामी कृष्ण ईश्वर महाराज ने बताया कि भगवान शिव यहां उस समय विराजमान हुए थे जब उनका कोई आकार नहीं था, जिस समय उन्हें निराकार कहा जाता था. मंदिर के पंडित के अनुसार भगवान शिव का शेषनाग आज भी इस मंदिर के आसपास पहाड़ियों में विराजमान है.
पंडित बताते हैं कि शेषनाग कभी-कभी रात्रि में मंदिर में आकर भगवान शिव के दर्शन करता है और अपने आप यहां से चला जाता है. यहां आने वाले हर व्यक्ति की मनोकामना मंडलनाथ महादेव पूरी करते हैं. जिसके चलते सावन के महीने में तो लोग यहां आते ही हैं, लेकिन उसके अलावा भी यहां पर लोग भगवान शिव के दर्शन करने आते रहते हैं.