जयपुर. प्रदेश में राज्यपाल शुक्रवार को राजभवन से राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय और शंकरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता विकास विषय पर आयोजित दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम वीडियो कांफ्रेंस से संबोधित कर रहे थे.
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के लोगों से आह्वान किया है कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करें. राज्यपाल ने कहा है कि विश्वविद्यालय की ओर से गोद लिए गए गांव में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों की शुरुआत कराने के लिए विश्वविद्यालयों को प्रयास करने होंगे, इससे गांव में ही युवाओं को रोजगार मिल सकेगा.
दो दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन राज्यपाल ने कहा कि हमें युवाओं को नौकरी देने वाला बनाना होगा साथ ही इससे पलायन रुकेगा और गांव का विकास होगा. यदि गांवों का विकास होगा तो देश का विकास तो स्वत ही हो जाएगा.साथ ही उन्होंने कहा कि गौ उत्पादों के विपणन की व्यवस्था भी करनी होगी.
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भारत में भी ऐसा वातावरण निर्माण करने की रणनीति प्रधानमंत्री ने बना दी है कि हम सभी को इसी रणनीति में भागीदार बनना होगा. राज्यपाल ने कहा कि, कोरोना वैश्विक महामारी ने जीवन के प्रत्येक स्तर पर स्थितियां बदल दी है.
देश की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाना है और उनकी ओर से किए गए कार्यों को समाज के सामने लाना होगा. वहीं कलराज मिश्र का यह भी कहना है कि सफल उद्यमी में रिस्क लेने की क्षमता और दूर की सोच जैसे अनेक विशेष गुण होते हैं. राज्यपाल ने कहा कि युवाओं के स्वरोजगार शुरू करने मे उनके संशयों को दूर करें.
बैंक से ऋण दिलाने और स्टार्टअप शुरू कराने में विश्वविद्यालय सहयोग करें. समारोह को राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति आर.ए. गुप्ता, शंकरा इंस्टीट्यूट के संतकुमार चौधरी बीरेंद्र माथुर ने संबोधित किया.