जयपुर. गुरुवार को पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने 'पुलिस शहीद दिवस' पर देश में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. राजस्थान पुलिस अकादमी के शहीद स्मारक पर हुए कार्यक्रम में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नामों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. साथ ही शहीदों के नाम को स्मरण करने के बाद लास्ट पोस्ट की धुन भी बजाई गई. इस अवसर पर डीजीपी लाठर ने कहा कि आज का दिन सभी पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा लेने का दिन है.
शहीद पुलिसकर्मियों को DGP लाठर ने दी श्रद्धांजलि यह भी पढ़ें- पटवारी भर्ती परीक्षा 2021: जिले में रहेगी विशेष व्यवस्था, कलेक्टर ने परीक्षार्थियों से की ये अपील
हर साल 21 अक्टूबर को मनाया जाता है शहीद दिवस
देश के शहीद पुलिसकर्मियों की याद में हर साल 21 अक्टूबर को शहीद दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर गुरुवार को राजस्थान पुलिस अकादमी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर गुरुवार सुबह राजस्थान पुलिस अकादमी पहुंचे और उन्होंने शहीद दिवस के बारे में जानकारी देते हुए 1 सितंबर 2020 से 31 अगस्त 2021 तक शहीद हुए पूरे देश के पुलिसकर्मियों को याद किया. इसके बाद लाठर ने शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान लास्ट पोस्ट धुन बजाई गई और सभी ने 2 मिनट का मौन रख शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी.
पढ़ें- मुख्यमंत्री के ओएसडी ने कहा राहुल से नहीं, सचिन पायलट की शिकायत सुनने वाली कमेटी से मिले थे गहलोत
स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का भी हुआ आयोजन
शहीदों की याद में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया. लाठर ने इस रक्तदान शिविर का अवलोकन भी किया. इसके अलावा पौधारोपण और स्वच्छ भारत अभियान के कार्यक्रम भी हुए. राजस्थान पुलिस अकादमी स्थित शहीद स्मारक हुए कार्यक्रम में पुलिस के सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहे.
पुलिस महानिदेशक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज से करीब 62 साल पहले लद्दाख इलाके में पुलिस की एक टुकड़ी गश्त कर रही थी. उस समय उस टुकड़ी पर घात लगाकर हमला किया जिसमें कई पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. उन्ही पुलिसकर्मियों की याद में हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस शहीद दिवस मनाया जाता है. साथ ही उन्होंने कहा कि शहीद दिवस पर पुलिस के उन वीर सपूतों को याद कर श्रद्धांजलि दी जाती है जिन्होंने राष्ट्रहित में अपना सर्वोत्तम बलिदान दिया है, यह एक तरह से प्रेरणा स्त्रोत का भी दिन है.
पुलिस के वीर सपूतों ने जो अपना बलिदान दिया है उससे हमें भी प्रेरणा लेने की आवश्यकता है. लाठर ने कहा कि चाहे आम आदमी के जान माल की बात हो, चाहे उसके सम्मान की बात हो या आंतरिक सुरक्षा का मामला हो, सभी को पूरे समर्पण के साथ सेवा देनी चाहिए. पूरा कानून का राज स्थापित करने में मदद करनी चाहिए चाहे उसके लिए हमें अपना सर्वोत्तम बलिदान ही क्यों ना देना पड़े.