जयपुर. प्रदेश में पर्यटकों की सुविधाओं के लिए बनाया गया पर्यटन विकास निगम खुद के बिगड़े हालातों को सुधारने की कवायद कर रहा है. ऐसे में कोरोना काल के बाद राजस्थान पर्यटन विकास निगम खुद के अधीन वाली लम्बे समय से घाटे में चल रही इकाइयों को लीज पर देने के साथ पुरानी इकाइयों को शुरू करने पर विचार कर रहा है. अब आरटीडीसी प्रशासन ने प्रदेशभर की यूनिटों की आय बढाने के लिए भी कवायद भी शुरू कर दी है.
घाटे में पर्यटन विकास निगम वहीं देश-दुनिया के पर्यटकों की पहली पसंद बनी पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन लंबे समय बाद 24 फरवरी से शुरू होगी. निगम के पास प्रदेश के कई शहरों में बेशकीमती इलाकों में अपनी जमीन पर होटल है और अब इन्हें निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर ली गई है. आरटीडीसी एमडी निकया गोहाएन ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में निगम की होटलें संचालित हैं. जहां देसी-विदेशी पर्यटकों को सस्ती दरों पर रहने और खाने की सुविधाएं मिलती हैं.
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राज्य में पर्यटन वित्तीय और भाौतिक रूप में वेंटीलेटर पर चला गया है. इसे वापस मुख्य धारा में लाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. रामगढ़, हनुमानगढ़, दौसा, गुलाबपुरा, चूरू इकाइयों को फिर से लाइसेंस देने की प्रक्रिया विचाराधीन हैं, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो. 2014 से पहले राज्य में राजस्थान पर्यटन विकास निगम के 43 होटल, मोटल, मिडवे का संचालन किया जा रहा था.
पूर्ववर्ती सरकार ने कई मुख्य 16 इकाइयों को बंद कर दिया. आगामी दिनों में नए वित्तीय वर्ष से पर्यटन विभाग डेजर्ट टूरिज्म के लिए कार्य चालू कर रहा है. हैरिटेज संपत्तियों के जीर्णोद्धार, संरक्षण और विकास के लिए पर्यटन विभाग की ओर से हाल ही में यूनेस्को के साथ एक एमओयू किया है. कोरोना के चलते गत वर्ष की घोषणाओं पर कार्य नहीं हो सका.
आरटीडीसी एमडी ने बताया कि प्रदेशभर में करीब 30 यूनिट चालू अवस्था में चल रही है. 45 यूनिट बंद पड़ी हुई है, जिनमें कुछ ऐसी है बनकर तैयार हुई, लेकिन आजतक ही यूनिट का शुभारंभ नहीं किया गया. ऐसे में बंद पडी यूनिट धूल फांक रही है. विभाग की कमजोर वित्तीय हालातों को देखते हुए राजस्व बढ़ाने के लिए बंद पडी यूनिटों को लीज पर देने का निर्णय लिया गया है, क्योंकि आरटीडीसी के पास कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण भी यूनिट चालू नहीं हो सकी.
अब इन यूनिटों को लीज पर देकर आरटीडीसी अपनी वित्तीय हालातों में सुधार कर रेवन्यू बढाएगा और कर्मचारियों की वेतन समस्याओं को भी दूर करने का प्रयास करेगा. ऐसे में यूनिटों को लीज पर देने पर लोगों के लिए भी रोजगार के अवसर बढेंगे. तीन साल बाद फिर से 15 फरवरी से जयपुर-दिल्ली हाईवे पर बहरोड़ मिडवे शुरू होगा. प्रदेश में राजस्थान पर्यटन विकास निगम पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण शहरों में अपने होटल के अलावा जयपुर से दिल्ली, जोधपुर, उदयपुर आदि बड़े शहरों को जोड़ने वाले हाइवे पर मिडवे रेस्टोरेंट भी संचालित करता है.
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जहां राजस्थान रोडवेज की बसें ठहरती है और अन्य यात्री भी विश्राम करते हैं, लेकिन सरकारी ढर्रे और देखरेख के अभाव में इन होटलों और मिडवे रेस्टोरेंट की संचालन लागत बहुत ज्यादा आ रही है और यह निजी होटलों के सामने प्रतिस्पर्धा में टिक नहीं पा रहे हैं. आगामी दिनों में अजमेर-उदयपुर हाइवें पर मिडवे शुरू करने की कवायद की जा रहा है.