जयपुर. जयपुर शहर आज अपना 294वां स्थापना दिवस मना रहा है. जयपुर को दुनियाभर में पिंक सिटी (Pink City) के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि जयपुर की स्थापना से लेकर 148 साल तक यहां की अधिकांश इमारतें पीले रंग से पुती हुई थीं. आइए जानते हैं इसके गुलाबी शहर बनने की कहानी के बारे में:
सवाई जयसिंह द्वितीय ने 18 नवंबर, 1727 में जयपुर की स्थापना की थी. इसके बाद 148 साल तक यह पीले रंग में ही रहा. जब 1876 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ और 'किंग ऑफ वेल्स अल्बर्ट एडवर्ड' जयपुर आए, तो उनके स्वागत में जयपुर के महाराजा सवाई रामसिंह ने पूरे शहर को गुलाबी रंग से पुतवाया था. तभी से जयपुर का नाम पिंकसिटी हो गया. आज भी लोग इसे पिंक सिटी जयपुर के नाम से जानते हैं.
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यहां पहले गढ़ गणेश जी की स्थापना की गई. इसी के सीध में गोविंद देव जी, चंद्र महल और त्रिपोलिया बाजार की स्थापना की गई. जयपुर में वेधशाला की भी स्थापना की गई, जिसे जंतर-मंतर कहते हैं. इन सभी स्थानों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक पिंक सिटी पहुंचते हैं. सूर्य के नौ ग्रह हैं और इन नौ ग्रह की तर्ज पर जयपुर में भी नौ चौकड़ियां स्थापित की गई हैं. इनमें गंगापोल, घाट गेट, तोपखाना, विश्वेश्वरजी, रामचंद्र जी, सरहद, घाटगेट मोदी, खाना देश और पुरानी बस्ती शामिल है. सिटी पैलेस पहले पीले रंग का था. सवाई राम सिंह ने इसका रंग गेरुआ करवा दिया.