जयपुर.मुख्यमंत्री सलाहकार नियुक्ति विवाद के पटाक्षेप के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुटकी (Satish Poonia Tont On CM Gehlot) ली है. पूनिया ने कहा कि अपनी सरकार बचाने के लिए मुख्यमंत्री गहलोत ने सलाहकार पद पर विधायकों की नियुक्ति तो कर ली, लेकिन ये सलाकार कागजी रहेंगे.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री सलाहकार पद (BJP State President Satish Poonia on CM Advisory Post) पर तंज कसते हुए कहा कि कानूनन न तो इन सलाहकारों को मंत्री का पद मिल पाएगा, न वेतन भत्तों का लाभ मिल पाएगा और न अन्य सुविधाएं मिल पाएंगी. ऐसे में ये सलाहकार केवल कागजी रहेंगे. मुख्यमंत्री बयानों में भले यह कह दें कि वे चाहे जितने सलाहकारों की नियुक्ति कर सकते हैं, लेकिन सच यह है कि इस तरह के सलाहकार का पद शायद अब कोई फकीर ही स्वीकार कर सकता है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों 6 विधायकों को मुख्यमंत्री सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया था. जिसे भाजपा ने असंवैधानिक करार दिया था. कल रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बयान में साफ कर दिया कि इन सलाहकारों को न तो राज्यमंत्री का दर्जा है और न ही कोई अलग से वेतन भत्ते और सुविधाएं दी जा रही हैं. ऐसे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसी मामले को लेकर एक बार फिर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया.
पूनिया ने इस दौरान यह भी कहा कि कांग्रेस के मंत्रिमंडल की पीड़ा को 3 साल हो गए हैं, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस सरकार में अंतर्कलह दूर नहीं हुआ है. ऐसे में मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का भी राजस्थान की जनता को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है.