जयपुर.राजस्थान विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों की समस्याएं विकराल होती जा रही हैं. अक्टूबर 2019 के बाद सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को ना ग्रेच्युटी का भुगतान हो रहा है और ना ही सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले लाभों का भुगतान हो रहा है.
राजस्थान विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने किया सांकेतिक धरना प्रदर्शन अपनी इन सभी मांगों को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कर्मचारी लंबे समय से विश्वविद्यालय प्रशासन से वार्ता कर रहे हैं. लेकिन, हर बार उनको सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है. इसके चलते शनिवार को सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति सचिवालय के बाहर एक दिन का सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया. धरने में बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त कर्मचारी मौजूद रहे.
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सेवानिवृत्त कर्मचारी नेता मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि अक्टूबर 2019 से पहले कर्मचारियों के रिटायरमेंट के साथ ही सभी लाभ दिए जाते रहे हैं. लेकिन, पिछले 9 महीनों से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को ना तो ग्रेच्युटी का भुगतान हो पा रहा है और ना ही सेवानिवृत्ति के समय मिलने वाले लाभों का भुगतान हुआ है. इस दौरान करीब 50 से 55 कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं. अगर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक सप्ताह में मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो उसके बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों द्वारा बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
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वहीं, सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने बताया कि ग्रेच्युटी नहीं मिलने से कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति पर काफी असर पड़ा है. सेवानिवृत्त कर्मचारियों के पास एकमात्र सहारा ग्रेच्युटी और सेवानिवृत्ति परिलाभ का ही होता है, जो कि नहीं मिल रहा है. ऐसे में कर्मचारियों के लिए आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन से कई बार गुहार लगाई और ज्ञापन भी दिया जा चुका है. लेकिन, इसके बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में कर्मचारियों को मजबूरन सांकेतिक धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है.