जयपुर. राजस्थान की सियासत में शुक्रवार को बड़ी हलचल हुई है. सीएम अशोक गहलोत कैबिनेट के तीन मंत्रियों गोविंद सिंह डोटासरा, रघु शर्मा और हरीश चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. तीनों मंत्रियों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है. इसकी पुष्टि राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अजय माकन ने शुक्रवार रात को जयपुर पहुंचने पर की.
जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचने के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुएमाकन ने कहा कि प्रदेश के 3 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बताया कि चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा (Raghu Sharma), शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी (Harish Choudhary) ने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की है. इस पेशकश को इस्तीफे के रूप में ही माना जाए. उनके इस बयान को राजस्थान में मंत्रिमंडल पुनर्गठन (Gehlot cabinet reorganiszation) की कवायद से जोड़कर देखा जा रहा है.
गहलोत कैबिनेट के तीन मंत्रियों ने की इस्तीफे की पेशकश यह भी पढ़ें.Gehlot cabinet reshuffle: मंत्री बनने की आस लगाए विधायक नहीं छोड़ रहे जयपुर, अजय माकन आज आएंगे
अजय माकन ने कहा कि लगभग 2 से 3 महीने पहले 30 जुलाई को सब विधायकों से मुलाकात की थी. इस दौरान बात हुई कि सरकार के कुछ मंत्री पार्टी के काम में रहना चाहते हैं और मंत्री पद को छोड़ना चाहते हैं. माकन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राजस्थान कांग्रेस सरकार के तीन होनहार मंत्रियों ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र लिखकर मंत्री पद छोड़ने की पेशकश की है.
पीसीसी चीफ व मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर मंत्री पद छोड़ने के लिए और पार्टी के लिए काम करने के लिए इच्छा जताई है. कांग्रेस पार्टी इन लोगों का सम्मान करती है. ऐसे होनहार लोग जो पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं, हमें खुशी है. तीनों मंत्रियों को संगठन में अच्छी जिम्मेदारी दी गई है. इसीलिए तीनों ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है.
तीनों के पास दोहरी जिम्मेदारी
गोविंद सिंह डोटासरा के पास राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी है. इसके साथ ही पर्यटन मंत्री और शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी है. हरीश चौधरी राजस्व मंत्री है, इसके साथ ही पंजाब कांग्रेस प्रभारी की जिम्मेदारी भी है. रघु शर्मा चिकित्सा मंत्री है, इसके साथ ही गुजरात, दमनदीव के प्रभारी की जिम्मेदारी भी है. प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी का पद मंत्री से बड़ा होता है.