जयपुर.राजस्थान में 3848 पंचायतों में चुनाव की घोषणा हो चुकी है. चुनाव चार चरणों में होंगे, लेकिन इन चुनाव का असर कहीं ना कहीं नए सिरे से राजस्थान में तैयार हो रहे कांग्रेस के नेताओं का भविष्य भी तय करेगा. भले ही पंचायती राज चुनाव को छोटे स्तर का चुनाव माना जाता है और इसमें पार्टी के सिंबल पर चुनाव नहीं होते, लेकिन फिर भी किस क्षेत्र में किस पार्टी के समर्थक पंच सरपंच बनते हैं. ये राजस्थान में नेताओं के भविष्य को तय करेगा.
आने वाला कैबिनेट एक्सपेंशन हो चाहे राजनीतिक नियुक्तियां माना जा रहा है कि इन चुनावों में जो नतीजे आएंगे वो नेताओं के भविष्य को तय करेंगे. ना केवल विधायकों और मंत्रियों के लिए बल्कि ये चुनाव प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के लिए भी काफी अहम होंगे. क्योंकि उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद ये पहले चुनाव होंगे जिनमें हार और जीत का सेहरा डोटासरा के सर ही बंधेगा. वहीं, कैबिनेट में कौन मंत्री रहेंगे और किन की छुट्टी होगी इसको लेकर भी एक खाका तैयार हो जाएगा, क्योंकि प्रदेश के नए प्रभारी महासचिव का ध्यान इन चुनाव पर भी जरूर रहेगा.
पढ़ें-जयपुर ट्रैफिक पुलिस का कच्ची बस्तियों में तीन दिवसीय कोरोना जागरूकता अभियान शुरू
इन मंत्रियों और विधायकों का रिपोर्ट कार्ड होगा इन चुनावों से तैयार-
जयपुर- कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, मंत्री राजेंद्र यादव
जैसलमेर- अल्पसंख्यक मामलात मंत्री साले मोहम्मद
चूरू- विधायक कृष्णा पूनिया, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल हालांकि अभी अस्वस्थ है.
दोसा- सचिन पायलट, उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा, महिला और बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, विधायक मुरारी लाल मीणा
धौलपुर- विधायक रोहित बोहरा, खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा
झुंझुनू- विधायक राजकुमार शर्मा, विजेंद्र ओला, रीटा चौधरी