जयपुर.आबकारी विभाग ने इस बार शराब दुकानों की ऑनलाइन नीलामी शुरू की है. प्रदेश भर में कुल 7665 शराब दुकानों की ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया चल रही है. दुकानों की ऑनलाइन नीलामी 10 मार्च तक चलेगी. प्रदेश भर में करीब 30000 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. आयकर विभाग को पहले दिन नीलामी से 550 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ. पहले दिन 1279 दुकानों के लिए नीलामी हुई तो वहीं दूसरे दिन 1160 दुकानों के लिए नीलामी हुई है.
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ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया से शराब कारोबारी नाखुश हैं. शराब कारोबारी व राजस्थान लिकर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष निलेश मेवाड़ा के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से की जा रही आबकारी नीलामी प्रक्रिया में डमी कैंडिडेट की संख्या ज्यादा है. जो केवल दुकान की कीमत बढ़ाने का काम कर रहे हैं. ऐसे लोग केवल बोली बढ़ाकर दुकानों को रिजर्व कर रहे हैं. लेकिन विभाग को हकीकत का पता तब चलेगा जब पैसा जमा करने के समय आएगा.
राजस्थान लिकर वेलफेयर सोसायटी के सचिव यूनुस मालावत के मुताबिक विभाग की ओर से अभी तक भी सफल आवेदकों की सूची जारी नहीं की गई है. ना ही पैसा जमा कराने की समय और दिनांक तय की गई है. ऐसे में प्रक्रिया पर संशय उठना लाजमी है. नीलामी के पहले दिन जबरदस्त रुझान आने से आबकारी अधिकारियों में खुशी नजर आई. पहले दिन आबकारी विभाग ने न्यूनतम रिजर्व प्राइस की तुलना में 550 करोड़ रुपए की अधिक बोली प्राप्त की है.
आबकारी आयुक्त डॉ. जोगाराम के मुताबिक शराब कारोबारियों में प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है कि जो नीलामी प्रक्रिया सुबह 11:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक रखी गई थी वह चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में एक दुकान के लिए दोपहर 12:00 बजे तक चलती रही. पहले दिन बुधवार को जयपुर शहर में शराब का एक ठेका निर्धारित दर से 3 गुना अधिक राशि में छुटा है. शहर के पांच्यावाला इलाके में एक दुकान की नीलामी 21 घंटे की नीलामी प्रक्रिया में दुकान छुटी.
2 करोड़ 64 लाख रुपए की दुकान 6 करोड़ 1000 रुपये में बिकी है. शराब दुकानों की नीलामी के पहले दिन प्रदेश में 1669 में से 1279 दुकानों की बिक्री हुई. इन 1279 दुकानों के लिए रिजर्व प्राइज 1724.46 करोड थी. इसके विपरीत 2273.31 करोड रुपए में दुकानें छुटी हैं. निर्धारित राशि से 548.88 करोड़ रुपए की अधिक बोली छुटी है. हालांकि 1308 दुकानों का शुल्क जमा था, लेकिन 29 दुकानों के लिए बोली नहीं लगी.
जयपुर शहर में पहले दिन 81 दुकानों के लिए बोली लगी. जिनमें 78 दुकाने बिकी 3 के बोली नहीं लगी. सबसे महंगी दुकान सांगानेर के गजसिंहपुरा में 8.91 करोड़ रुपए में बिकी है. जयपुर शहर की सबसे महंगी दुकान रमेश कुमार सैनी ने खरीदी है. गजसिंहपुरा की 5 दुकानें वार्ड 63, 66, 67 और 68 में महंगे दामों पर बिकी हैं. इन सभी दुकानों की बेस प्राइस 2.56 करोड़ रुपए था. यह दुकानें 7.31 करोड़, 7.27 करोड़, 7.31 करोड़, 8.91 करोड़ और 6.80 करोड़ में बिकी हैं.
शराब दुकानों की नीलामी के दूसरे दिन जबरदस्त रुझान देखने को मिला है. प्रदेश भर में 1550 दुकानों के लिए नीलामी की गई. आबकारी विभाग के मुताबिक दूसरे दिन 1550 दुकानों के लिए 2883 लोग बोली लगा कर रहे हैं. जयपुर शहर में 19 दुकानों के लिए केवल सिंगल बिडर ही रहे. आबकारी विभाग को उम्मीद जगी है कि अब 5 दिन नीलामी में अच्छा राजस्व मिल सकेगा. शराब की दुकानों के आवंटन के लिए नीलामी में कुछ दुकानों पर जबरदस्त कंपटीशन भी देखने को मिल रहा है.