जयपुर. एनसीसी महानिदेशालय के अतिरिक्त महानिदेशक रियर एडमिरल पुनित चड्ढा अपने तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को जयपुर पहुंचे. पुनित चड्ढा को राजस्थान एनसीसी की गतिविधियों एवं उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. इस दौरान उन्होंने एनसीसी कैडेट्स को अग्निपथ योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित (NCC ADG inspire cadets to get advantage of Agnipath scheme) किया.
जयपुर पहुंचने पर राजस्थान निदेशालय के उप महानिदेशक एयर कमोडोर एलके जैन और कर्नल जितेन्द्र कुमार (शौर्य चक्र) ने पुनित चड्ढा का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. एनसीसी ग्रुप मुख्यालय, जयपुर के निरीक्षण के दौरान राज बटालियन एनसीसी जयपुर के कैडेट्स ने पुनित चड्ढा को 'गार्ड ऑफ ऑनर' देकर सम्मानित किया. पुनित चड्ढा ने कैडेट्स को अग्निपथ योजना के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए अधिक से अधिक युवा कैडेट्स को इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया.
पढ़ें:अग्निपथ योजना पर लोगों को भड़का रहा विपक्ष : वी के सिंह
एनसीसी ग्रुप मुख्यालय जयपुर के निरीक्षण के दौरान एडीजी यहां के ट्रेनिंग मॉड्यूल्स और गतिविधियों से बहुत प्रभावित हुए तथा इनमें छात्रों की भागीदारी की सराहना की. एलके जैन ने बताया कि पुनित चड्डा 21 जून को विश्व योग दिवस पर योगा कार्यक्रम में मुख्य अथिति के रूप में शामिल होकर कैडेट्स को योगा को नियमित रूप से जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करेंगे. इसके बाद वे अजमेर में ट्रेनिंग गतिविधियों का जायजा लेकर एनसीसी कैडेट्स को पर्यावरण एवं जल को शुद्ध रखने एवं अमृत सरोवर और पुनित सागर जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं मे उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित करेंगे.
पढ़ें:राजस्थानः 'अग्निपथ' पर हिंसा भड़काने में विपक्षी दल कामयाब...महिलाएं सीएम आवास पर पढ़ें हनुमान चालिसा- नवनीत कौर राणा
पुनित चड्ढा राष्ट्रीय डिफेंस अकादमी के पूर्व छात्र हैं और युद्धरोधी पनडुब्बी के विशेषज्ञ हैं. इन्होंने ऑपरेशन पवन में नेविगेशन अधिकारी और ऑपरेशन विजय में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशंसापत्र प्राप्त किया. उन्होंने अपनी सेवायें फ्लीट आपरेशन अधिकारी, निदेशक एकीकृत रक्षा सामग्री, निदेशक डिफेंस कॉलेज एवं नौसेना मुख्यालय के पद पर दी हैं. ये मलेशियाई सशस्त्र बल स्टाप कॉलेज, कुआला युद्ध कॉलेज करंगा और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज नई दिल्ली से स्नातक हैं. इनको प्रतिष्ठित सेवा योगदान के लिए फ्लेग आफिसर विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित भी किया गया है.