जयपुर. आदिवासी दिवस पर डूंगरपुर में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत नहीं पहुंच सके. वहीं जयपुर में आदिवासी दिवस पर आदिवासी कांग्रेस की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शिरकत की. इस मौके पर उन्होंने कहा कि विकास से वंचित आदिवासी जनों के लिए नई नीति बनाने की आवश्यकता है.
वंचित आदिवासी समाज के लिए विकास की नई नीति की आवश्यकता राजस्थान में शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. मुख्य कार्यक्रम आदिवासी क्षेत्र डूंगरपुर में हुआ. जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जाना था. लेकिन मौसम खराब होने के चलते वह डूंगरपुर नहीं पहुंच सके. राजधानी जयपुर में भी आदिवासी दिवस पर आदिवासी कांग्रेस की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शिरकत की.
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इस मौके पर डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार आदिवासियों के हितों में सोचने वाली है. कांग्रेस ने देश के संविधान में आरक्षण के जरिए आदिवासियों को अधिकारों को सुरक्षित किया है. शिक्षा हो या राजनीति सभी क्षेत्र में उनके लिए अवसर उपलब्ध हैं. जिसके चलते आज आदिवासी गौरवमयी जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
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उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज में भी अलग-अलग तबके हैं. कुछ वंचित है तो कुछ ज्यादा वंचित है. कुछ थोड़ा आगे निकल गए हैं. लेकिन जो पीछे रह गए हैं और समाज में जो खाई बन गई है उसे खत्म करने के लिए समाज और सरकार को मिलकर काम करना होगा. वंचित आदिवासी लोगों के विकास के लिए नई नीति बनाने की आवश्यकता है. वहीं आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष शंकर लाल मीणा ने भी आदिवासियों के पिछड़े तबके को आगे लाने के प्रयास करने पर जोर दिया.