जयपुर.राजस्थान हाईकोर्ट आगामी सर्दियों में सांभर झील में आने वाले प्रवासी पक्षियों को मौत से बचाने के लिए वैज्ञानिक और अफसरों से झील का निरीक्षण कराएगा. इसके लिए अदालत ने महाधिवक्ता और न्याय मित्र से 1 सप्ताह में संबंधित विशेषज्ञों के नाम बताने को कहा है. मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महान्ति और न्यायाधीश प्रकाश गुप्ता की खंडपीठ ने यह आदेश प्रकरण में लिए स्वप्रेरित प्रसंज्ञान पर सुनवाई करते हुए दिए.
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सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि राज्य सरकार के शपथ पत्र के अनुसार मृत पक्षियों का शव गलने के कारण पोस्टमार्टम में मौत का खुलासा नहीं हुआ. हालांकि बाद में अन्य पक्षियों के हुए पोस्टमार्टम में वायरल इन्फेक्शन से मौत होना बताया, लेकिन वायरस का पता नहीं चल पाया. वहीं न्याय मित्र की ओर से कहा गया कि मानसून के बाद सर्दियों की शुरुआत में प्रवासी पक्षी आना शुरू हो जाएंगे.ऐसे में अभी से इन पक्षियों को बचाने के उपाय करना जरूरी है. इस पर अदालत ने झील में अवैध रूप से नमक बनाने वालों की पहचान के साथ ही वैज्ञानिक व अधिकारियों से झील का निरीक्षण कराने का निर्णय लेते हुए पक्षकारों से विशेषज्ञों के नाम मांगे हैं.
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