कोरबा/जयपुर. 48 बंदूकें निशानी के तौर पर आज भी जिला संग्रहालय में मौजूद हैं. ये बंदूकें आजाद हिंद फौज में रहे कोरबा के सैनिकों और यहां के जमींदारों याद हमें दिलाती हैं.
जिला संग्रहालय में 19वीं शताब्दी की कई नायाब बंदूकें मौजूद हैं. कहा यह भी जाता है कि 18वीं और 19वीं शताब्दी में दो नली वाली बंदूकें प्रचलन में थी इसलिए सैनिकों के साथ-साथ कुछ लोग रौब के लिए भी इन्हें अपने पास रखते थे.
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जिला संग्रहालय में रखी हैं बंदूकें
यहां के वीर सैनिकों की बंदूकें पहले बिलासपुर में रखी थीं, बाद में इन्हें कोरबा जिला संग्रहालय लाया गया. इन बंदूकों को अलग-अलग समय में अलग-अलग जगहों से जब्त किया गया था. सबसे पहले बंदूकें 1962 में जब्त हुई थी, और आखिरी बार 1997 में छुरी इलाके में बंदूकें मिली थीं, जिन्हें जिला प्रशासन ने संग्रहालय में रखा था.