जयपुर. गेहूं वितरण को लेकर जिला रसद विभाग के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मानसरोवर की उचित मूल्य की दुकान पर नजर आया है, जहां जिला रसद अधिकारी के आदेश ही हवा हो गए और उसी दुकान से विशेष श्रेणी और प्रवासियों को गेहूं वितरित किया गया.
जानकारी के अनुसार 3 जून को उचित मूल्य की दुकान 583 बी का अटैचमेंट 672 ए से हटाकर दुकान 672 पर किया गया. इसके लिए जिला रसद अधिकारी कनिष्क सैनी ने आदेश भी जारी किया. 17 जून तक विभाग के सप्लाई इंस्पेक्टर ने जिला रसद अधिकारी के आदेशों की पालना नहीं की. डीलर ने इस माह का गेहूं भी अपने यहां उतरवा लिया, जबकि गेहूं दुकान नंबर 672 पर जाना था. जिला रसद अधिकारी के आदेश के 15 दिन निकलने के बावजूद भी दुकान नंबर उचित मूल्य की दुकान 583 बी को 672 ए से अलग कर इसका अटैचमेंट 672 से नहीं किया. ऐसा आरोप है कि 672 ए के डीलर और इंस्पेक्टर की मिलीभगत से यह कार्य हुआ है.
बता दें कि जिला रसद अधिकारी जयपुर प्रथम कनिष्क सैनी ने 3 जून को एक आदेश निकाला था. इस आदेश के अनुसार डिवीजन 13 में 583 बी उचित मूल्य की दुकान को द्वारका प्रसाद की उचित मूल्य की दुकान 672 के साथ और सुशीला देवी की 588 बी उचित मूल्य की दुकान को हेमलता की दुकान 587 के साथ अटैच किया था. 16 जून को 672 ए दुकान पर चना भी उतारा गया था.