जयपुर. देश में कोरोना कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. लॉकडाउन 2.0 तीन मई तक के लिए लगाया है...लेकिन देश और राजस्थान में कोरोना वायरस अपने पैर पसारता जा रहा है. ऐसे में हर किसी के लिए यह सवाल बन गया है कि आखिर आने वाली 3 मई की तारीख से पहले सरकार क्या फैसला लेती है. लॉकडाउन खुलेगा या फिर नहीं.
- देश में 30 जनवरी को दर्ज हुआ था कोरोना का पहला मामला
- राजस्थान में 2 मार्च को मिला पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज
इटली से आए शख्स पाया गया था कोरोना पॉजिटिव
इसके बाद राजस्थान में शुरु हुई थीं कोरोना की जांचें
राजस्थान में कोरोना वायरस फरवरी महीने की आखिरी तारीख में एंट्री की थी. 02 तारीख को पॉजिटिव केस मिलने के बाद सरकार हरकत में आई और एयरपोर्ट से लेकर कई जगहों पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरु की गई. 28 फरवरी को इटली के जिस शख्स में कोरोना वायरस पाया गया था...उसने उदयपुर, भीलवाड़ा और झुंझुनू का दौरा कर चुका था ऐसे में इन तीनों जिलों से कोरोना के मरीज सामने आने लगे और देखते ही देखते भीलवाड़ा जिला कोरोना हॉटस्पाट बन गया.
पीएम मोदी ने 19 मार्च को पहली बार कोरोना को लेकर जनता को संबोधित कर 22 मार्च को देश में 1 दिन के जनता कर्फ्यू का ऐलान किया. लेकिन राजस्थान ने गंभीरता को देखते हुए 22 मार्च से ही प्रदेश में लॉकडाउन लागू किया. राजस्थान में गाड़ियों के पहिए थम गए, मेट्रो बंद हो गई, उद्योग, कल-कारखाने, स्कूल-कॉलेज बंद.
- देश में राजस्थान ने सबसे पहले लगाया लॉकडाउन
- 22 मार्च से राजस्थान सरकार ने लागू किया लॉकडाउन
- केंद्र ने 25 मार्च से लागू किया था देशव्यापी लॉकडाउन
- पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की गई
- 21 मार्च तक राजस्थान में 25 थे कोरोना पॉजिटिव मरीज
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन 2.0 3 मई तक के लिए पूरे देश में लगाया गया है. एक बार फिर से आम लोगों को घरों में रहने की अपील की गई, तो सड़कों पर इस दौरान सन्नाटा भी पसरा. केंद्र के 25 मार्च के लॉक डाउन के साथ रेलवे के भी पहिए थम चुके थे. लॉकडाउन के पहले चरण के दौरान मोदी सरकार ने 2 बड़े कदम भी उठाए, जिसमें जनता की भागीदारी रही. पहले 22 मार्च को जनता से शंख, थाली, तालियां बजवाई, तो इसके बाद 9 अप्रैल को 9:00 बजे 9 मिनट के लिए स्विच ऑफ कर, कैंडल, टॉर्च और दीपक जलवाए.