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कांग्रेस की गुटबाजी अब सियासी रण से बाहर निकल क्रिकेट मैदान तक आ पहुंची, पायलट बोले - चुनाव लड़ने का हक सभी को

राजस्थान में पहले से कांग्रेस में गुटबाजी का दंश झेल रही पार्टी की यह खेमेबंदी अब सियासी रण से बाहर निकलकर क्रिकेट के मैदान तक पहुंच चुकी है. दरअसल, आरसीए के चुनावों में रामेश्वर डूडी और वैभव गहलोत दोनों के बीच आरसीए को लेकर सियासी जंग जारी है. इसी बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने इसे पार्टी की राजनीति से अलग करार दिया है. साथ ही उनका कहना रहा कि चुनाव लड़ने का हक सभी को है.

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Published : Sep 27, 2019, 8:55 PM IST

जयपुर. राजस्थान में देखा जा रहा है कि कांग्रेस के नेता कई गुटों में बंटे हुए हैं, लेकिन अब यह गुटबाजी राजनीति से निकलकर खेलों में भी पहुंच गई है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है आरसीए में हो रहे चुनाव. जिनमें एक ओर विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी की ओर से वैभव गहलोत चुनाव मैदान में हैं तो दूसरी ओर राजस्थान के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रह चुके रामेश्वर डूडी ने ताल ठोक रखी है.

कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पायलट बोले - चुनाव लड़ने का हक सभी को

अब कांग्रेसी नेताओं की आपसी खेमे बंदी की कांग्रेस में ही जमकर चर्चाएं हो रही है. जब इस आपसी खेमेबंदी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि क्रिकेट की राजनीति और प्रदेश और कांग्रेस की राजनीति अलग-अलग है. इनका आपस में कोई लेना-देना नहीं है.

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इसके साथ ही उनसे जब वैभव गहलोत और रामेश्वर डूडी का नाम लेकर सवाल पूछा गया तो पायलट ने कहा कि चुनाव लड़ने का अधिकार हर किसी को है. इसे राजनीति के साथ नहीं जोड़ना चाहिए. पायलट ने कहा कि आरसीए के चुनाव नियम प्रावधानों के अनुसार ही होंगे और चाहे इस चुनाव में कोई भी जीते, लेकिन जो भी आरसीए का चुनाव जीतेगा, काम क्रिकेट के भले के लिए ही करेगा. इसका मतलब साफ है कि डूडी गुट और सीपी जोशी गुट के बीच चल रही रस्साकस्सी को कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर पायलट रोकने के मूड में नहीं है और वे देखना चाहते हैं कि इस आपसी खींचतान का नतीजा क्या निकलता है.

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