जयपुर. मां शक्ति की आराधना का चैत्र नवरात्र 2 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है. शनिवार सुबह माता के (Chaitra Navratri begins from 2 april) मंदिरों में घटस्थापना की जाएगी. चैत्र नवरात्रों में करीब 2 साल बाद फिर से प्राचीन शिला माता मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ेगा. आमेर शिला माता मंदिर में नवरात्र मेला भी भरेगा. घटस्थापना के बाद पूरे 9 दिन विधिवत पूजा-अर्चना की जाएगी. शास्त्रों के अनुसार नवरात्र स्थापना प्रातः काल में ही की जाती है. आमेर शिला माता मंदिर में 2 अप्रैल को सुबह 8:05 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ घटस्थापना की जाएगी.
नवरात्रों में प्रतिदिन दुर्गा सप्तमी का पाठ और हवन किया जाएगा. माता रानी का विशेष श्रंगार कर झांकी भी सजाई जाएगी. नवरात्रों में पूर्व राज परिवार की ओर से माता रानी की पोशाक चढ़ाई जाती है और रोजाना आभूषणों का विशेष श्रृंगार किया जाता है. शिला माता मंदिर में नवरात्रों के दौरान 10 महाविद्याओं और 9 दुर्गाओं की प्रतिदिन पूजा-अर्चना की जाएगी. पहले नवरात्र को मां शैलपुत्री की पूजा होगी. दूसरे नवरात्र को ब्रह्मचारिणी माता, तीसरे नवरात्र को चंद्रघंटा माता, चौथे नवरात्र को कुषमांडा माता, पांचवें नवरात्र को स्कंधमाता, छठे नवरात्र को कात्यायनी माता, सातवें नवरात्र को कालरात्रि माता, आठवें नवरात्र को महागौरी माता और नवें और आखिरी नवरात्र को सिद्धिदात्री माता की पूजा की जाएगी.