जयपुर. 15वीं विधानसभा का छठा सत्र जो बजट सत्र है, बुधवार से शुरू होने जा रहा है. ऐसे में सत्ताधारी दल कांग्रेस इसे लेकर विशेष तैयारियों में जुट गई है. जनता को राजस्थान बजट 2021 के जरिए राहत देने, कांग्रेस के सभी गुटों को विधानसभा में एकजुट रखने और विपक्षी दल भाजपा को घेरने के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक में रणनीति बनाएगी.
एक ओर बजट पेश करने के साथ ही जनता से जुड़ी घोषणाएं इस सत्र में होगी. साथ ही विपक्षी दल भाजपा के उठाए गए सवालों के जवाब देने की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी की होगी. वहीं सदन में कांग्रेस के नेताओं के बीच किसी तरीके की दूरी ना नजर आए, इसे लेकर भी कांग्रेस पार्टी तैयारी में जुट गई है. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद 10 फरवरी शाम 7 बजे मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस और कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायकों की विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. जिससे विधानसभा सत्र को लेकर कांग्रेस पार्टी अपनी रणनीति विधायकों के साथ मिलकर बना सके.
बैठक में किसान आंदोलन के साथ ही बीजेपी को अपने तर्कों से रोकने और सदन की कार्यवाही में एकजुटता दिखाने के भी निर्देश दिए जाएंगे क्योंकि विपक्ष कांग्रेस पार्टी में गहलोत और पायलट कैंप के अलग-अलग होने और गुटबाजी पर सवाल खड़ा करेगा तो कांग्रेस की कैसे इस मामले में वसुंधरा राजे, सतीश पूनिया, गुलाब कटारिया के अलग-अलग गुट होने की बात के साथ घिरते दिखाई देंगे. हालांकि, विधायक दल की बैठक में कांग्रेस पार्टी ने व्हिप जारी नहीं किया है लेकिन इस विधायक दल की बैठक में सभी कांग्रेस विधायकों को अनिवार्यता से उपस्थित होने के लिए कह दिया गया है.
चेहरे और फिंगर स्कैनिंग के बाद ही विधानसभा गैलरी में प्रवेश
वहीं विधानसभा के मुख्य सचेतक महेश जोशी ने गुटबाजी को लेकर कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले सत्र में ही साफ कर दिया कि सभी कांग्रेस के विधायक एकजुट हैं. यही प्रदर्शन इस बार भी विधानसभा में कांग्रेस विधायक करते हुए नजर आएंगे. इस बार विधानसभा लगाए गए स्कैनर विधायकों के अलावा कोई अन्य व्यक्ति गैलरी में प्रवेश नहीं कर पाएगा.