जयपुर.बसपा विधायक राजेंद्र गुढ़ा के शुक्रवार को दिए गए बयान के बाद एक बार फिर प्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. बसपा विधायक ने अपनी ही पार्टी पर टिकट के लिए पैसे लेने का आरोप लगाया है. साथ ही विधायक राजेंद्र घोड़ा ने कहा कि बसपा प्रभारी धरमवीर अशोक के कारण ही पहले भी उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी थी. सीपीए की बैठक में गुरूवार को बसपा विधायक राजेंद्र गुढ़ा के बयान ने सबको चौंका दिया था. लेकिन शुक्रवार को एक बार फिर विधायक ने पार्टी प्रभारी पर आरोप लगाया कि धर्मवीर अशोक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. और उन्हीं के चलते साल 2008 में उन्हें पार्टी छोड़कर जाना पड़ा था.
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उन्होंने कहा कि झुंझुनू लोकसभा से बसपा का टिकट पैसे ले कर दिया गया था. विधायक ने कहा कि 20 सालों से राजस्थान में बसपा के विधायक तो जीते हैं लेकिन पार्टी अभी भी खड़ी नहीं हो पाई है. विधायक राजेंद्र गुढ़ा के इस बयान पर जब बसपा के अन्य विधायकों से बात की गई तो उन्होंने राजेंद्र गुढ़ा के बयान से किनारा कर लिया. बसपा विधायक जोगिंदर अवाना, वाजिब अली और बसपा विधायक दल के नेता लाखन मीणा ने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा बसपा के वरिष्ठ विधायक हैं और उन्होंने जो भी आरोप लगाए हैं वह उनकी व्यक्तिगत सोच हो सकती है. हमने किसी को टिकट के लिए पैसे नहीं दिए हैं. साथ ही लाखन मीणा ने कहा कि अगर राजेंद्र गुढ़ा ने कोई आरोप लगाए हैं तो उन्हें इसका प्रमाण भी देना चाहिए.
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बता दें कि साल 2008 में भी बसपा के 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे. राजेंद्र गुढ़ा के बयान ने एक बार फिर से बसपा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं. जिसके बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने से 2008 की कहानी दोहराए जाने की संभावनाएं नजर आ रही है.