जयपुर.आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को प्रदेश के सभी 33 जिला मुख्यालयों पर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर बिजली बिल माफी की मांग की. इस दौरान सभी जिलाध्यक्षों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन कर जनता को लॉकडाउन और कोरोना काल में आर्थिक तंगी से जूझ रहे पीड़ित परिवारों को राहत देने की मांग की.
बिजली बिल माफी के लिए AAP का विरोध प्रदर्शन बिजली आंदोलन समिति अध्यक्ष शुभकरण चौधरी ने बताया कि प्रदेश की जनता और आम आदमी पार्टी पिछले दो महीने से इस कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार से बिजली बिल माफी की मांग कर रही है. इस प्रदर्शन से पूर्व आप कार्यकर्ताओं ने पिछले दो महीने में जिला, विधानसभा और संभाग स्तर पर ज्ञापन दिए.
पढ़ें- गहलोत सरकार ने अंतरराज्यीय आवागमन पर लगी रोक हटाई
साथ ही घरों में बैठकर बिजली आंदोलन चलाया, पिछले सप्ताह ही पार्टी के 5 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं और प्रदेश की जनता ने घरों में बैठकर सरकार से बिजली बिल माफी की मांग भी की थी, जिसका ट्वीटर पर ट्रेंड भी चला था. यह ट्रेंड देश में टॉप पर रहा था. उसके बावजूद राज्य सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंगी और पैसा ना होने का हवाला देकर अब पिछले 7 दिनों से कांग्रेस को बचाने के लिए प्रदेश की जनता की कमाई का करोड़ो रुपया ऐशो आराम में लुटाए जा रहे है.
आंदोलन सचिव एवं जिलाध्यक्ष जवाहर शर्मा ने बताया कि मंगलवार को आप ने अपनी रणनीति के तहत घरों से निकलकर, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दोपहर में रामबाग सर्किल चौराहे पर करीब दो घंटे तक हाथ में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी की मांग है कि प्रदेश सरकार अपना राज धर्म का निर्वहन करते हुए अपने स्वयं के ऐशो आराम को छोड़े और गरीब एवं निर्धन जनता का साथ दें. प्रदेश की 60 फीसदी जनता आर्थिक तंगी से जूझ रही है. ऐसे में सरकार को प्रदेश की जनता को कुछ हद तक राहत देते हुए बिजली, पानी के बिलों को माफ करना चाहिए.
पढ़ें- रणथंभौर बाघ परियोजना के पक्की दीवार मामले में क्षेत्रीय वन अधिकारी और वनपाल निलंबित
प्रदेश सचिव देवेंद्र शास्त्री ने कहा कि सरकार को कोरोना काल के अंदर जिस प्रकार की बर्बादी हुई है, इसका एहसास होना चाहिए. इसके बावजूद भी बिजली बिल सरकार लगातार भेजती जा रही है और पीड़ित जनता से वसूली की जुगत लगाए बैठी है. प्रदेश की जनता लगातार मांग कर रही है कि बिजली के बिल माफ होने चाहिए. आप और प्रदेश की जनता मांग करती है कि वह प्रदेश की जनता के बिजली के बिल माफ करे या किश्तों पर भी आधा बिल अगर रखा जाता है तो जनता स्वीकार कर लेंगी और काफी हद तक जनता को राहत मिलेगी.
प्रदेश अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि लोगों के पास काम-धंधे नहीं बचे है. ऐसे में बिना कमाई प्रदेश का नागरिक कैसे बिजली बोझ झेलेंगे. प्रदेश की जनता ने जिन आशाओं और विश्वास के साथ कांग्रेस को सत्ता पर काबिज किया था. उन्हीं आशाओं और विश्वास के साथ राज्य सरकार को प्रदेश के नागरिकों के हितों की रक्षा करनी चाहिए और सुरक्षा करनी चाहिए. साथ ही कहा कि आप प्रदेश की जनता के साथ है, उन्हें न्याय दिलवाने के लिए अगर सरकार नहीं मानती तो यह आंदोलन सड़कों और सदनों दोनों जगहों तक चलेगा.