बीकानेर. देश और दुनिया में लगातार बढ़ रहे कोरोना रोगियों की संख्या के बीच अब बीकानेर में भी महामारी ने रफ्तार पकड़ ली है. हर दिन बड़ी संख्या में पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं. बीकानेर पूरे प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव के आंकड़ों में तीसरे नंबर पर आ गया है. हालात यह है कि कोरोना को रोकने का दावा करने वाला चिकित्सा विभाग भी अब शायद हिम्मत छोड़ चुका है.
पहले खुद विभाग के अधिकारी कोरोना रोगी के सामने आने के बाद उसके संपर्क में आने वाले लोगों की जांच करवाने की बात कहते थे और ज्यादा से ज्यादा लोग लोगों को जांच के लिए प्रेरित करते थे. वहीं अब खुद सरकारी स्तर पर भी न सिर्फ जांच पर अंकुश लगा दिया गया है. बल्कि सामने आ रहे पॉजिटिव के आंकड़ों को भी कम करके बताया जा रहा है. दरअसल हर दिन बड़ी संख्या में सामने आने वाले पॉजिटिव मरीजों के बाद अब बढ़ते आंकड़ों को रोकने के लिए कोई कदम उठाने की बजाए जांचों को कम कर आंकड़ों पर नियंत्रण किया जा रहा है. हालांकि सरकारी स्तर पर प्रदेश सरकार के इस निर्णय की बात अधिकारी कहते हुए नजर आते हैं, लेकिन कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इनकार करते हैं.
कोरोना संक्रमण का बीकानेर में इतना स्प्रेड हो चुका है कि खुद जिले के कलेक्टर नमित मेहता, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य और पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक के साथ ही अतिरिक्त जिला कलेक्टर और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भी पॉजिटिव हो चुके हैं. लगातार बाजारों में दिखती भीड़ और हाल ही में हुए पंचायत चुनाव के चलते अब पॉजिटिव बढ़ रहे हैं. बीकानेर में अप्रैल महीने में कोरोना का पहला मामला सामने आया था. दरअसल सितंबर महीने में बीकानेर में कोरोना के मामले बढ़ते गए और दूसरी ओर जांचों को कम कर दिया गया. अगस्त में जहां 60 हजार जांच हुई, वहीं सितंबर में 43 हजार जांच हुई. जबकि अगस्त में 2871 पॉजिटिव आए तो सितंबर में कम जांच होने के बावजूद 4641 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए.
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