भीलवाड़ा. ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस घटना के करीब 15 दिन गुजर जाने के बाद भी महिला को प्रेरित करने वाली आशा सहयोगिनियां अब आंदोलन पर उतर गई है.
आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन सोमवार को आशा सहयोगिनियों ने जिला कलेक्ट्रेट और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. साथ ही जिला कलेक्टर और अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने आरोप लगाया कि महिला की मौत के लिए ग्रामीण, आशा सहयोगिनी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. आशा सहयोगिनियों ने यह भी चेतावनी दी कि यदि विभाग उनकी नहीं सुनता है तो आने वाले समय में वह नसबंदी के लिए किसी भी महिला को मोटिवेट नहीं करेगी.
पढ़ेंः प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर बदली करवट, तापमान में 5 डिग्री की गिरावट दर्ज
सहारा आशा सहयोगिनी ब्लॉक अध्यक्ष किरण शर्मा ने कहा कि सहारा निवासी आशा सहयोगिनी कैलाशी देवी ने बीते 10 फरवरी को एक महिला की नसबंदी करवाने पहुंची थी. जहां ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई. इसके बाद मृतका के परिजन आए दिन आशा सहयोगिनी को धमका रहे हैं और हमारा घर से बाहर निकलना भी काफी मुश्किल कर रहे है. जिसके बाद आखिरकार सोमवार को हमने जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट और अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी एल चावला को ज्ञापन सौंपा है.
पढ़ेंः प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में गहमा-गहमी का दौर, कई मामलों पर घिरती नजर आई सरकार
वहीं इस पर अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जी एल चावला ने कहा कि आशा सहयोगिनी की मीटिंग में उनको टारगेट दिया जाता है. हमारा आशा सहयोगिनियों पर टारगेट का कोई दबाव नहीं होता है और उनको यदि कोई धमका रहा है तो हम इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे. इसी के साथ ही चावला ने यह भी कहा कि ऑपरेशन के दौरान किसी की लापरवाही से उसकी मौत होती है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.