भरतपुर: जिले के बयाना कस्बा से सटी मुर्रकी कॉलोनी में गुरुवार देर रात को तेज बरसात के दौरान एक मकान ढह गया. मकान के मलबे में सास और बहू दब गईं. आसपास के लोगों ने दोनों को बाहर निकाला. गंभीर हालत में उन्हें बयाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. हालत न सुधरने पर उन्हें आरबीएम जिला अस्पताल रेफर किया गया. जहां सास की इलाज के दौरान मौत हो गई.
भरतपुर: बरसात में ढहा मकान, सास-बहू मलबे में दबी...बुजुर्ग महिला की मौत
भरतपुर में बरसात का कहर एक गरीब के मकान पर गिरा. तेज बारिश में मकान भरभरा कर गिर गया. जिसकी जद में सास-बहू आईं. दोनों को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां सास ने दम तोड़ दिया.
गुरुवार दिन भर बरसात का दौर जारी रहा. देर रात तक बरसात होती रही. इस झमाझम बारिश में गुरुवार देर रात को मुर्रकी कॉलोनी निवासी जौहरी जाटव का मकान ढह गया. उस वक्त मकान में 58 वर्षीय शांति और उसकी 19 वर्षीय बहू खुशबू थीं. दोनों ही मलबे में दब गईं.
मकान गिरने की तेज आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और करीब एक डेढ़ घंटे के रेस्क्यू के बाद दोनों घायलों को मलबे से बाहर निकाला जा सका. ग्रामीण और परिजन दोनों गंभीर घायलों को बयाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए भरतपुर के आरबीएम जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया.
परिजनों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद 108 एंबुलेंस के लिए भी कॉल किया गया, लेकिन काफी देर तक एंबुलेंस नहीं आई. ऐसे में निजी वाहन से घायलों को बयाना के अस्पताल में भर्ती कराया. वहां से भी भरतपुर के जिला अस्पताल रेफर करने के बाद एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई. घटना की सूचना पाकर सुबह 4 बजे पुलिस मौके पर पहुंची.
बाल-बाल बचा बेटा
परिजन सोनू जाटव ने बताया कि मकान में शांति देवी का बेटा अचल जाटव भी था. लेकिन टैक्सी की बुकिंग आने की वजह से वह 10 मिनट पहले ही घर से निकला था. यदि टैक्सी की बुकिंग के लिए फोन नहीं आता तो शांति का बेटा भी दुर्घटना का शिकार हो सकता था.