भरतपुर.ऐतिहासिक श्री जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेला 100 साल का हो चुका है. इस प्रदर्शनी की शुरुआत महाराजा किशन सिंह ने सन 1920 में की थी. गुरुवार को जिला कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने पूजा अर्चना कर श्री जसवंत प्रदर्शनी का उद्धघाटन किया. जिसके बाद राष्ट्रीय ध्वज को पुलिस बैंड की धुन पर राष्ट्रगान के साथ सलामी दी गई.
100 साल का हो चुका जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेला इस मौके पर जिला कलेक्टर ने कहा कि मेले में आने वाले व्यापारियों को अगर कोई भी परेशानियां होती है तो वे उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे. इसके अलावा मेला अधिकारी ने बताया कि मेले में आने वाले व्यापारियों से दुकान के किराए को लेकर पशुपालन विभाग को करीब 45 लाख रुपए की आय हुई है. श्री जसवंत प्रदर्शनी पशुपालन विभाग की तरफ से लगवाई जाती है.
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गौरतलब है कि भरतपुर के महाराजा जसवंत सिंह की याद में इस मेले और प्रदर्शनी का आयोजन हर वर्ष दशहरा के अवसर पर किया जाता है. जिसमें हजारों की संख्या में दुकानें लगती है. दूरदराज से व्यापारी यहां आकर अपना व्यापार करते हैं. इसके साथ ही यहां पशु मेला भी लगता है.
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इसके अलावा मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. साथ ही आगजनी जैसी घटनाओं को देखते हुए दमकल विभाग की गाड़ियां भी मेले के दौरान तैनात रहेगी. इसके अलावा चिकित्सक भी मेले में तैनात रहेंगे. इस प्रर्दशनी के माध्यम से बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक अच्छी-अच्छी चीजों की जानकारी ले सकेंगे. साथ ही किसानों के लिए भी प्रदर्शनी में विशेष जानकारी दी जाएगी. जिसमें किसान पशुपालन, खेती और बीज के बारे में जानकारी ले सकेंगे.