अलवर. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जब अलवर की धरा पर पहुंचीं तो चारों तरफ 'राजे-राजे' का शोर हो गया. हजारों लोग वसुंधरा राजे की अगुवाई करने पहुंचे. इसके साथ ही अलवर में चुनावी रंग भी चढ़ता हुआ दिखा. कांग्रेस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का अलवर में आने का सिलसिला लगातार बना हुआ है.
विधानसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे अलवर सहित पूरे प्रदेश में सक्रिय नजर आने लगी हैं. सभी मंदिरों में दर्शन करने के बहाने तो कभी पार्टी के लोगों व उनके परिजनों से मिलने के बहाने वो अलग-अलग जिलों में यात्रा कर रही हैं. बीते दिनों जेपी नड्डा व अमित शाह के जयपुर कार्यक्रम के दौरान वसुंधरा राजे को अग्रणीय श्रेणी में रखा गया. तो वहीं वसुंधरा राजे भी एक बार फिर से खुद की जमीन तलाशने में लगी हैं.
अलवर पहुंची वसुंधरा राजे के स्वागत में हजारों लोग उमड़े. शहर में 'मुख्यमंत्री कैसा हो वसुंधरा राजे जैसा हो' के नारे लगे. सैनी समाज, पंजाबी समाज, राजपूत समाज व अलग-अलग समाजों ने वसुंधरा राजे का स्वागत किया. पार्टी के कार्यकर्ता, विधायक, पूर्व विधायक भी अपना शक्ति प्रदर्शन वसुंधरा राजे के सामने करते हुए दिखाई दिए.
सरकार के तीन साल पूरे होने पर अलवर के सूचना केंद्र में एक प्रदर्शनी का आयोजन हुआ. इस दौरान अलवर के प्रभारी मंत्री बीड़ी कल्ला ने एक पुस्तक का विमोचन किया. उसके अगले दिन अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में 50 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया गया और एक प्रेस वार्ता हुई. इसमें प्रभारी मंत्री ने सरकार के कार्य को गिनाया. अलवर में कांग्रेस कार्यकर्ता 3 साल के जश्न में लगे हुए थे कि उसके अगले ही दिन अलवर में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कार्यक्रम हो गया. इस कार्यक्रम ने अलवर की फिजां को बदल दिया.
अलवर की आबोहवा में वसुंधरा राजे छाई रहीं. शहर के सभी प्रमुख चौराहों व सड़क मार्गों पर वसुंधरा राजे के स्वागत के बोर्ड दिखाई दिए व जगह-जगह होर्डिंग पोस्टर व बैनर से पूरा शहर अटा हुआ दिखाई दिया. शहर और लोग वसुंधरा राजे के रंग में रंगे हुए दिखाई दिए. जिले भर से हजारों की संख्या में लोग वसुंधरा राजे को देखने व उनसे मिलने के लिए हेलीपैड पर पहुंचे. इस दौरान वसुंधरा राजे ने लोगों को संबोधित किया. लोगों का जोश देखकर वसुंधरा राजे ने कहा कि उनको नहीं पता था कि लोग इतने जोश में हैं, नहीं तो वे अलवर पहले ही आ जातीं.