अजमेर. जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक शनिवार को जिला परिषद के सभागार में आयोजित हुई. बैठक की अध्यक्षता अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी ने की. खास बात यह है कि जिले की आठ विधानसभा क्षेत्रों से केवल एक ही विधायक बैठक में मौजूद रहे. जिले के विकास के लिए बैठक में प्रधान, जिला परिषद सदस्य एवं सरपंचों ने अपने-अपने क्षेत्र के विकास से जुड़ी मांगे रखी.
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दिशा की बैठक में जनप्रतिनिधियों को बैठक का एजेंडा मुहैया नहीं करवाने को लेकर सांसद भागीरथ चौधरी ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को बैठक का एजेंडा एवं पूर्व बैठक में प्रस्तावित कार्यों की अनुपालन की रिपोर्ट दी जानी चाहिए थी. चौधरी ने कहा कि आगामी बैठक में ऐसा ना हो इसके लिए अधिकारी विशेष ध्यान दें. बैठक में सर्वप्रथम प्रधानमंत्री सड़क योजना का मुद्दा उठा.
दिशा की बैठक में 7 विधायक रहे अनुपस्थित ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र में सड़कों के विकास को लेकर अपनी मांग रखी. इसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना, जल शक्ति अभियान, जिले में पेयजल आपूर्ति, कोरोना से बचाव के लिए किए जा रहे कार्यों, वैक्सीनेशन के अलावा अजमेर स्मार्ट सिटी योजना के तहत बैठक में चर्चा की गई. सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि जल शक्ति योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. 2024 तक हर घर में नल और नल में जल हो इसके लिए अधिकारी और जनप्रतिनिधि मिलकर कार्य कर रहे हैं. आदर्श गांव में जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारियों को भी मूलभूत सुविधाओं की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए.
चौधरी ने स्मार्ट सिटी के चल रहे कार्य की सराहना की और अधिकारियों को समय अवधि पर कार्य पूर्ण करने के भी निर्देश दिए. बैठक में एलिवेटेड ब्रिज की एक शाखा बाटा तिराहे पर उतारने को लेकर व्यापारियों के चल रहे आंदोलन का मुद्दा भी उठा. चौधरी ने बताया कि इस मुद्दे को लेकर कलेक्टर ने जनप्रतिनिधि और व्यापारियों की एक बैठक शीघ्र बुलाने के लिए कहा है. शीघ्र ही इस मुद्दे पर जो भी जनहित में होगा उस पर निर्णय लिया जाएगा.
बैठक में विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर किए गए सवाल पर सांसद भागीरथ चौधरी ने कहा कि सभी विधायकों को बैठक के लिए सूचित किया गया था. जिले के विकास यदि यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है. इसमें जनप्रतिनिधियों का होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि दिशा समिति की बैठक जनप्रतिनिधियों के लिए अपने क्षेत्र के विकास की मांग रखने का सबसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म है. विधायक क्यों नहीं आए यह वही जाने लेकिन लोकसभा और राजस्थान में विधानसभा के चलने को लेकर ही शनिवार का दिन बैठक के लिए निश्चित किया गया था. चौधरी ने कहा कि अधिकारियों को कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि बैठक में जनप्रतिनिधियों की ओर से जो भी मांगे रखी गई है उन पर समय अवधि पर कार्य हो और उसकी अनुपालन की रिपोर्ट अगले बैठक में अधिकारी प्रस्तुत करें.
बैठक में सांसद भागीरथ चौधरी के अलावा ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत नगर निगम की मेयर ब्रजलता हाडा, जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी परशुराम धानका, अजमेर विकास प्राधिकरण सचिव किशोर कुमार सहित ग्रामीण क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे.