अजमेर. भारत की पहली महिला शिक्षिका मां सावित्रीबाई फुले की 124वीं पुण्यतिथि पर महात्मा ज्योतिबा फुले सर्कल पर मां सावित्रीबाई फुले को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई.
इस अवसर पर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय जागृति मंच की जिला अध्यक्ष सुनीता चौहान ने बताया कि सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय जागृति मंच की ओर से आज मां सावित्रीबाई फुले की 124वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई है. सावित्री बाई फुले ने ऐसे समय में स्त्री शिक्षा की अलख जगाई जब स्त्रियों का शिक्षित होना पाप माना जाता था.
उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई सिर्फ एक शिक्षिका ही नहीं बल्कि समाज सेविका भी थी. उन्होंने दलितों पर होने वाले अत्याचार, जातिगत भेदभाव आदि का खुलकर विरोध किया था इसीलिए आज वे माता सावित्रीबाई फुले और महात्मा ज्योतिबा फुले को भारत रत्न की उपाधि देने के साथ ही महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ माता सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा लगवाने के लिए भी प्रशासन को ज्ञापन सौंपने जा रहे है.