बुंदेली कविता के जरिए दिखाया कोरोना का असर, जंगल का जाहिर किया दर्द
सागर। अपना एमपी-अपना लोकरंग में आज के हमारे खास मेहमान हैं, सागर के युवा कलाकार अवधेश पाठक, जो बुंदेली और हिंदी में रचनाएं करते हैं. कोरोना से उपजी परिस्थितियों को लेकर अवधेश पाठक ने एक लघु बुंदेली कविता बनाई है, जिसकी चर्चा जमकर हो रही है. वहीं हीरा खनन के लिए बकस्वाहा के जंगल में लाखों पेड़ काटने की तैयारी चल रही है. इस दर्द को उन्होंने बुंदेली कविता के माध्यम से पेश किया हैं.