प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला में अधूरा पड़ा बायो सीएनजी प्लांट प्रोजेक्ट, निगम अधिकारी सुध लेना ही भूले
ग्वालियर। शहर का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ रहा है. हवा में धूल के कण कम करने के लिए प्रदूषण विभाग लगातार दिशा निर्देश जारी कर रहा है. इसी को लेकर ग्वालियर की लाल टिपारा आदर्श गौशाला में बायो सीएनजी प्लांट लगाना जाना था, लेकिन प्लांट का प्रोजेक्ट जो अभी तक कागजों में सिमटा हुआ है. गौशाला में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 31 करोड़ की लागत से बायो सीजएनजी प्लांट लगाने जा रहा है. इसकी स्वीकृति मिल चुकी है. इस प्लांट से प्रतिदिन 100 टन गैस बनाई जा सकेगी. जमीन भी कंपनी को पसंद आ गई है. फरवरी 2022 में निरीक्षण कर स्वीकृति भी दे दी थी, लेकिन पिछले 10 महीने में नगर निगम अधिकारी दस्तावेज पूरे करके नहीं सके हैं. अभी भी फायर, प्रदूषण विभाग, टाउन एण्ड कन्ट्री प्लानिंग और नगर निगम की स्वीकृति नहीं हो सकी है. अधिकारियों की माने तो इन चारों विभागों की स्वीकृति मिलने में एक महीने का समय लग सकता है(Gwalior bio cng plant project incomplete). समय रहते यह स्वीकृति क्यों नहीं ली गई इसका जबाव किसी के पास नहीं है. कुल मिलाकर निगम अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह प्रोजेक्ट फिलहाल अधर में ही है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:36 PM IST