विदिशा। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज के निधन के बाद लोग उन्हें उनकी शालीनता,और सहज व्यवहार के लिए याद कर रहे हैं.वे विदिशा की सांसद रहीं,जिसके बादयहां के आम लोग हों या फिर मंत्री-विधायक सभी सुषमा स्वराज से जुड़े किस्से सुनाते नहीं थक रहे हैं.
सुषमा स्वराज के निधन से भावुक हुए विदिशा के लोग, मंत्री, विधायकों और आम लोगों ने साझा की यादें
सुषमा स्वराज के निधन के बाद पूरा विदिशा संसदीय क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है. यहां जनप्रतिनिधियों से लेकर आम लोग उनसे जुड़ी कई कहानियों को साझा कर रहे हैं.
गंजबासौदा विधायक लीना जैन ने नम आंखों से सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दीदी,महिलाओं को लेकर राजनीति में हमेशा से ही गम्भीर रहीं.उन्होंने राजनीति में नगरपालिका चुनाव से लेकर विधायक बनने तक मेरी सहायता की है.मेरे पिछले विधानसभा चुनाव में खराब स्वास्थ्य होने के बावजूद दीदी हर दूसरे दिन मुझे कॉल करके चुनाव का अपडेट लेती थीं.राजनीति में उन्होंने हमेशा महिलाओं को प्रोत्साहनदिया है.
ऐसा ही एक किस्सा चाय-नाश्ते की दुकान चलाने वाले धर्मेंद्र कुशवाहा ने साझा किया.उन्होंने बताया कि जब उनके10वर्ष के बच्चे को गम्भीर बीमारी ने जकड़ लिया था और,इलाज के लिए स्थानीय स्तर पर डॉक्टरों ने मना कर दिया था,.तब सुषमा स्वराज ने ही उनकी मदद की थी.उन्होंने बताया कि वे स्थानीय भाजपा नेताओं की मदद से सुषमा स्वराज से सम्पर्क आए थे.बाद में सुषमा जी ने उनके बच्चे का इलाज दिल्ली के एम्स में कराया.उन्होंने कहा किइलाज के बाज भी सुषमा स्वराज के कार्यालय से बच्चे का हालचाल जानने के लिए फ़ोन आते रहे.
वहीं मंत्री प्रभुराम चौधरी ने भी सुषमा स्वराज के निधन को देश के लिए बड़ी क्षति बताया.उन्होंने कहा कि जब वह देश में नेता प्रतिपक्ष थीं,तब मैं विधायक था और हम कई कार्यक्रम में मिलते थे.उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज का ध्यान हमेशा जनता की तरफ होता था,वे हमेशा उनके विकास के लिए सोचा करती थी.